साल 1988 में वर्जीनिया की एक महिला का बेरहमी से रेप किया गया था। 34 साल से उसके आरोपियों का चेहरा सामने नहीं आया था। लेकिन अब जाकर इसका खुलासा हो गया है। पुलिस ने डीएनए के जरिए हैवानों का चेहरा पहचान लिया।
रिलेशनशिप डेस्क. 1988 में 22 साल की वर्जिनिया की लड़की ब्रूटल रेप का शिकार हुआ। दो लोगों ने जबरदस्ती उसे कार में बिठाया और बार-बार रेप किया। इतना ही नहीं इसके बाद फिर से उसे दूसरी जगह पर ले गए और उसे अपनी हवस का शिकार बनाया। हालांकि दूसरी बार पीड़िता वहां से भागने में सफल रही और पुलिस को आकर इसकी सूचना दी। लेकिन उसके गुनहगार अब जाकर पुलिस के हत्थे आए हैं। 34 साल बाद डीएनए के जरिए पुलिस ने आरोपियों की पहचान की है जो सगे भाई हैं।
अमेरिका के वर्जिनिया में रहने वाली महिला के गुनहगार मैरीलैंड के दो भाइयों निकले। डीएनए तकनीक का इस्तेमाल करके जब पुलिस ने इनकी पहचान की और पकड़ने गए तो इनके हत्थे एक ही भाई जॉर्ज थॉमस जूनियर आया। जबकि दूसरा भाई ग्रेगरी एलन थॉमस की मौत हो चुकी थी।61 वर्षीय जॉर्ज को सोमवार को मैरीलैंड रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया गया। उनके भाई, ग्रेगरी का 2009 में निधन हो गया।
न्याय में 34 साल की देरी
चीफ केविन डेविस ने मंगलवार (21 नवंबर) को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि न्याय में देरी हो रही है इससे इंकार नहीं किया जा सकता है। लेकिन इससे पीछे नहीं हट सकते थे।मेजर एड ओ'कारोल की पीड़िता को एक भाई का चेहरा इतनी अच्छी तरह याद था कि उसने स्केच बनवाकर आरोपी को सामने ला दिया। लेकिन वो पकड़े नहीं जा सके। वो स्काईलाइन मॉल में जॉब करते थे और उसे छोड़कर चले गए थे।
एक आरोपी की मौत 13 साल पहले हो चुकी थी
इसके बाद लंबे वक्त तक उनको तलाश किया गया। डीएनए साक्ष्य और बुलाए गए सुझावों के बावजूद पुलिस को 2022 तक वर्जीनिया या राष्ट्रीय डेटाबैंक में एक मैच नहीं मिला। लेकिन ग्रेगरी की मौत 13 साल पहले हुई थी, पुलिस ने डीएनए एनालिसिस के जरिए पुष्टि कि वो रेप में शामिल था।
डीएनए से दूसरे आरोपी का चला पता
हालांकि ग्रेगरी की मौत 13 साल पहले हुई थी, पुलिस ने डीएनए विश्लेषण के जरिए पुष्टि की कि वह परपीड़क हमले में शामिल था। इसके बाद पुलिस जॉर्ज तक पहुंची और उसके सिगार के जरिए डीएनए टेस्ट किया। जिसमें पाया गया कि वो भी रेप में शामिल था। हालांकि जॉर्ज रेप में शामिल होने से इंकार किया है।
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