कई बार कुछ पार्टनर रिलेशनशिप में इमोशनल अत्याचार पर उतारू हो जाते हैं। किसी भी संबंध का आधार भावनाएं ही होती हैं। अगर किसी की भावनाओं पर चोट पहुंचाई जाएगी तो ऐसे में संबंध ज्यादा समय तक नहीं चल पाते।
रिलेशनशिप डेस्क। कई बार कुछ पार्टनर रिलेशनशिप में इमोशनल अत्याचार पर उतारू हो जाते हैं। किसी भी संबंध का आधार भावनाएं ही होती हैं। अगर किसी की भावनाओं पर चोट पहुंचाई जाएगी तो ऐसे में संबंध ज्यादा समय तक नहीं चल पाते। ऐसा नहीं कि इमोशनी हर्ट करने का काम पुरुष ही करते हैं, अक्सर महिलाएं भी ऐसा करती हैं। कुछ महिलाएं तो अपने पार्टनर को इमोशनली ब्लैकमेल कर फायदा उठाने के बाद जली-कटी सुनाने से भी बाज नहीं आतीं और रिश्ता तोड़ लेने तक की धमकी देती हैं। उन्हें पता होता है कि महिला होने के चलते पुरुष साथी तलाश करने में उन्हें देर नहीं लगेगी। यह बहुत ही गलत टेन्डेंसी है और पार्टनर मेल हो या फीमेल, ऐसा करने से उन्हें बचना चाहिए। अगर संबंध आगे नहीं रखने हों तो साफ बात कह कर अलग हो जाना चाहिए।
1. गलत बातें बोलना
कई पार्टनर एक-दूसरे को गलत बातें कह कर उनकी भावनाओं पर चोट पहुंचाने की कोशिश करते हैं। वे उन्हें नीचा दिखाने की कोशिश करते हैं। उनकी किसी गलती को बढ़ा-चढ़ा कर पेश करते हैं। जब कोई मुद्दा नहीं मिलता तो उनकी ड्रेस की ही बुराई शुरू कर देते हैं। इससे पार्टनर भावनात्मक स्तर पर टूटने लगता है।
2. पेरेंट्स की करते हैं शिकायत
इमोशनली चोट पहुंचाने के लिए कुछ लोग अपने पार्टनर के पेरेंट्स या रिश्तेदारों की शिकायत करते हैं। वे उनके बारे में झूठी-सच्ची, कोई भी बात बोलकर पार्टनर को लड़ने के लिए उकसाते हैं। ज्यादातर पत्नियों की आदत होती है कि वे अपने सास-ससुर, ननद, देवर और दूसरे रिश्तेदारों की शिकायत करती हैं और उनके लिए अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल करती हैं।
3. उड़ाते हैं मजाक
इमोशनली हर्ट करने के लिए ऐसे लोग अपने पार्टनर का मजाक उड़ाते हैं। ये किसी भी बात पर पार्टनर का मजाक उड़ा सकते हैं। अगर उससे कोई भूल हो गई तो तब ये सिर पर सवार हो जाते हैं और बेहयाई की हद पर उतर जाते हैं।
4. गालियां देने से भी नहीं आते बाज
कई लोग तो ऐसे होते हैं जो यह देखने पर कि पार्टनर कमजोर है और उनका मुकाबला नहीं कर सकता, गालियां तक देने लगते हैं। उनका खुद पर कोई नियंत्रण नहीं रहता। जब वे पार्टनर से दूर होते हैं तो फोन पर मैसेज कर गालियां देते हैं। ऐसे पार्टनर से पीछा छुड़ाने में ही भलाई है।
5. रहते हैं उल्लू सीधा करने के चक्कर में
इमोशनल अत्याचार करने वाले पार्टनर बहुत चालू किस्म के होते हैं। जब उन्हें कोई काम पड़ता है या पैसे लेने होते हैं तो वे तुरंत अपना रुख बदल लेते हैं और अपनी गलतियों के लिए माफी मांगने लगते हैं। लेकिन जैसे ही उनका काम बन जाता है, उनका बिहेवियर पहले जैसा ही गंदा हो जाता है। ऐसे पार्टनर अक्सर धोखेबाज भी होते हैं और अवैध संबंधों में भी लिप्त पाए जाते हैं।