ऐसा देखा गया है कि शादीशुदा महिलाएं रिलेशनशिप में परेशानी होने के बावजूद संबंध बनाए रखना चाहती हैं, वहीं जो महिलाएं शादी नहीं करतीं और लिव-इन में रहती हैं, वे किसी तरह की समस्या आने पर जल्दी संबंध तोड़ देती हैं।
रिलेशनशिप डेस्क। ऐसा देखा गया है कि शादीशुदा महिलाएं रिलेशनशिप में परेशानी होने के बावजूद संबंध बनाए रखना चाहती हैं, वहीं जो महिलाएं शादी नहीं करतीं और लिव-इन में रहती हैं, वे किसी तरह की समस्या आने पर जल्दी संबंध तोड़ देती हैं। आखिर क्या कारण हैं कि शादीशुदा महिलाएं पार्टनर के खराब व्यवहार के बावजूद उससे जल्दी रिश्ता तोड़ना नहीं चाहतीं। वे घुटती रहती हैं और आखिर में अपने भाग्य को ही दोषी ठहराने लगती हैं। ऐसा ज्यादातर उन परिवारों में होता है, जो पुरानी परंपराओं से ज्यादा बंधे होते हैं। रिलेशनशिप एक्सपर्ट्स इसके लिए सामाजिक कारणों को ही जिम्मेदार मानते हैं। जानते हैं कुछ खास वजहों के बारे में।
1. सामाजिक प्रतिष्ठा
अक्सर महिलाएं पति के बुरे व्यवहार के बावजूद रिश्ते में इसलिए बनी रहती हैं, क्योंकि उन्हें सामाजिक प्रतिष्ठा का डर होता है। उन्हें लगता है कि अगर शादी टूट जाती है तो इसका असर उनकी इज्जत पर तो पड़ेगा ही, उनके माता-पिता की प्रतिष्ठा भी धूमिल हो जाएगी। लोग तरह-तरह की बातें करेंगे, जिनका जवाब दे पाना मुश्किल होगा।
2. रिश्ते में सुधार की उम्मीद
अक्सर पति के हाथों उत्पीड़न झेलने वाली महिलाओं को यह उम्मीद होती है कि समय के साथ बदलाव आएगा और पति के व्यवहार में सुधार होगा। इस उम्मीद के चलते भी वे हर तरह की मानसिक और शारीरिक यंत्रणा को झेलती चली जाती हैं, लेकिन इसमें उनका एक अच्छा-खासा समय बेकार चला जाता है। पति के स्वभाव में जरूरी नहीं कि बदलाव आए ही।
3. असुरक्षा की भावना
ज्यादातर विवाहित महिलाएं पति के उत्पीड़न और बुरे व्यवहार को इसलिए भी झेलने को मजबूर होती हैं कि वे असुरक्षा की भावना की शिकार होती हैं। उन्हें लगता है कि अगर विवाह का संबंध टूट गया तो उनके लिए कहीं कोई ठिकाना नहीं रह जाएगा। विवाह से ही उनकी एक पहचान बनती है। ऐसी औरतें हमारे समाज में बहुत कम हैं जो पति से तलाक लेकर दूसरी शादी करने के बारे में सोचें।
4. बच्चों के भविष्य का सवाल
जिन औरतों के बच्चे होते हैं, वे और भी मुश्किल में होती हैं। वे बच्चों के भविष्य को देख कर पति के अत्याचारों को झेलती रहती हैं। वे सोचती हैं कि अगर संबंध टूट जाता है और वे पति से अलग रहने लगती हैं तो बच्चों का क्या होगा। वे उनके भविष्य की सुरक्षा को देखते हुए सब कुछ झेलने को मजबूर होती हैं।
5. आर्थिक असुरक्षा
जो औरतें कोई नौकरी नहीं करतीं, उनके लिए पति के बुरे व्यवहार के बावजूद रिश्ते को तोड़ना आसान नहीं होता। उनके सामने आर्थिक सुरक्षा का सवाल सबसे अहम होता है। अगर उनके बच्चे होते हैं तो परेशानी और भी ज्यादा होती है। ऐसी औरतों की संख्या बहुत ज्यादा है जो सिर्फ इस वजह से पति के अत्याचारों को सहने को विवश होती हैं, क्योंकि उनके पास स्वतंत्र रूप से पैसे कमाने का कोई जरिया नहीं होता।