जब भी पार्टनर्स के बीच ब्रेकअप होता है यानी रिश्ते का अंत तो इसका असर बहुत बुरा होता है। लेकिन सभी पर इसका असर एक जैसा नहीं होता। इसे लेकर साइकोलॉजिस्ट्स ने स्टडी की है।
रिलेशनशिप डेस्क। जब भी पार्टनर्स के बीच ब्रेकअप होता है यानी रिश्ते का अंत तो इसका असर बहुत बुरा होता है। लेकिन सभी पर इसका असर एक जैसा नहीं होता। इसे लेकर साइकोलॉजिस्ट्स ने स्टडी की है। साइकोलॉजिस्ट्स का कहना है कि ब्रेकअप से सिर्फ मानसिक ही नहीं, शारीरिक पीड़ा भी होती है। ब्रेकअप का दर्द भयानक होता है, लेकिन अभी तक इसे लेकर लोग यह सोचते थे कि इससे ज्यादा परेशानी का सामना किसे करना पड़ता है। क्या ब्रेकअप से औरतें ज्यादा दुखी होती हैं या पुरुष? इंग्लैंड के शोधकर्ता क्रेग मॉरिस का कहना है कि ब्रेकअप हमेशा बेहद दुखद और दर्द से भरा अनुभव देने वाले होते हैं। ज्यादातर लोगों के लिए इसे बर्दाश्त कर पाना बहुत मुश्किल होता है, लेकिन उनके पास कोई दूसरा विकल्प भी नहीं होता।
डेली रूटीन पर पड़ता है बुरा असर
शोधकर्ताओं का मानना है कि ब्रेकअप के बाद ज्यादातर लोगों की डेली रूटीन पर बहुत बुरा असर पड़ता है। इसकी पीड़ा भुगत रहे लोग अपना रोज का कामकाज पहले की तरह सही ढंग से नहीं कर पाते। यहां तक कि उन्हें जॉब पर जाने का भी मन नहीं करता। अगर वे कुछ पढ़ना चाहें या टीवी वगैरह देखना चाहें तो इसमें भी उनका मन नहीं लगता।
सुसाइड के आते हैं ख्याल
रिसर्चर क्रैग मॉरिस का कहना है कि कई लोगों में ब्रेकअप के बाद सुसाइड करने का विचार तक आने लगता है। उनका कहना है कि लोग सोचते हैं कि ब्रेकअप का औरतों पर ज्यादा बुरा असर पड़ता है, पर इसका घातक असर पुरुषों पर ज्यादा पड़ता है। औरतें अक्सर अपने को संभाल लेती हैं, लेकिन पुरुष इस दर्द से जल्दी नहीं निकल पाते। मॉरिस ने अपनी रिसर्च टीम के साथ यह देखा कि अलग-अलग उम्र और पृष्ठभूमि की औरतों ने रिलेशनशिप में जहां नई संभावनाओं की तलाश कर ली, वहीं पुरुष शराब और दूसरे नशे के शिकार हो गए। कई ने अपनी नौकरी भी छोड़ दी और डिप्रेशन के शिकार हो गए। ऐसे लोगों को इलाज कराने की जरूरत पड़ी, क्योंकि उन्हें आत्महत्या के ख्याल आते थे।
96 देशों के 5700 पुरुषों और महिलाओं पर हुई स्टडी
बता दें कि ब्रेकअप का बुरा असर किस पर ज्यादा पड़ता है, इसका पता लगाने के लिए मॉरिस ने जो स्टडी की, उसमें 96 देशों के 5700 पुरुषों और महिलाओं को शामिल किया गया। यह स्टडी काफी लंबे समय तक चली। इसमें भाग लेने वालों को ब्रेकअप के बाद 1 से लेकर 10 अंक देने थे। एक अंक का मतलब था कि ब्रेकअप से कोई पीड़ा नहीं, वहीं 10 का मतलब था असहनीय दर्द।
किन्हें हुई ज्यादा तकलीफ
स्टडी से पता चला कि ब्रेकअप से तकलीफ तो दोनों पार्टनर्स को होती है, पर औरतें कुछ समय के बाद इस पीड़ा से उबर जाती हैं, जबकि पुरुष इसे जीवन भर नहीं भुला पाते और नए संबंध बनने के बावजूद अपने पहले के पार्टनर की यादों में डूबते हैं। शोधकर्ताओं ने पाया कि पुरुषों में ब्रेकअप को लेकर ज्यादा संवेदनशीलता देखी गई। इसके शिकार कई लोगों ने जहां आत्महत्या करने की कोशिश की थी, वहीं कई ने नौकरी छोड़ दी थी और उनका जीवन अस्त-व्यस्त हो गया था। जहां तक शारीरिक समस्याओं की बात है, ब्रेकअप के शिकार ज्यादातर लोगों ने नींद नहीं आने और वजन अचानक बढ़ने या बहुत कम हो जाने की शिकायत की।
औसत 27 साल की उम्र के लोगों पर हुई स्टडी
बता दें कि इस स्टडी में औसत 27 साल की उम्र के लोगों ने भाग लिया। इनमें से कई के 4 बार ब्रेकअप हो चुके थे। बता दें कि इस रिसर्च के परिणामों के बारे में क्रैग मॉरिस और उनके सहयोगी शोधकर्ताओं की किताब 'क्वांटिटेटिव सेक्स डिफरेंसेस इन रिस्पॉन्स टू द डिसोल्यूशन ऑफ अ रोमांटिक रिलेशनशिप' में विस्तृत रूप से लिखा गया है।