मैंने कभी किसी पर नहीं उठाया हाथ...कहते हुए स्कूल प्रिसिंपल ने दे दी जान, फेसबुक पर बताया पत्नी को जिम्मेदार

अमेरिका के कैलिफोर्निया में रहने वाले स्कूल प्रिसिंपल ने छत से कूदकर जान दे दी। उन्होंने अपने सुसाइड का जिम्मेदार पत्नी और कानून को बताया है। फेसबुक पर उन्होंने अपना आखिरी पोस्ट लिखा जो वायरल हो रहा है। 

Nitu Kumari | Published : Dec 6, 2022 11:09 AM IST

रिलेशनशिप डेस्क. पत्नी और बच्चों के साथ लाइफ काफी अच्छी चल रही थी। लेकिन 3 दिसंबर की रात उन्होंने अचानक आत्महत्या करके सबको दंग कर दिया। आखिर ऐसा क्या हुआ कि एक स्कूल के प्रिंसिपल को छत से कूदकर जान देनी पड़ी। मरने से पहले अमेरिका के कैलिफोर्निया में 
रहने वाले  क्रिस्टोफर क्रिस्टेंसन (Christopher Christensen) ने खुद ही सुसाइड की वजह बताई है। कोर्टेज एलीमेंट्री स्कूल के प्रिसिंपल और संगीतकार क्रिस्टेंसन ने फेसबुक पर सुसाइड नोट लिखा। आइए जानते हैं पूरा मामला।

दरअसल, क्रिस्टोफर पर पत्नी और बच्चों को मारने का आरोप लगा था। उन्हें एक दिन के लिए जेल में भी डाला गया था। कोर्ट में पेश होने के दो दिन पहले उन्होंने खुद की जिंदगी समाप्त कर ली। सोशल मीडिया पर उन्होंने एक लंबा पोस्ट लिखा, जिसमें उनके निजी जिंदगी के बारे में बहुत कुछ बताया गया है, जो उनपर लगाए गए आरोपों से काफी अलग था।

सुसाइड नोट में क्या लिखा था?

फेसबुक पोस्ट में कहा गया है,'मुझे नफरत है कि जब लोग इतने सारे बिना उत्तर के सवालों के साथ धरती को छोड़ देते हैं। इसलिए मुझे उम्मीद है कि यह पोस्ट कुछ सवालों का जवाब दे सकेगी। यह मेरी पत्नी मार्लेना है। हां, आपने सही सुना। आप में से ज्यादातर यह नहीं जानते है , लेकिन हमने 3 साल पहले निजी शादी की थी। मार्लेना और मैं एक दूसरे से प्यार करते थे और करते हैं हमारा रिश्ता अद्भुत रहा है..हाल तक। दुर्भाग्य से दो हफ्ते पहले मेरे और उसके बीच गरमा गर्म बहस हो गई। उस वक्त हमारी बेटी भी वहीं थी। हम काफी लड़ने लगे थे और एक दूसरे को काफी अपशब्द कहें।

मैंने कभी किसी को नहीं मारा और ना नुकसान पहुंचाया

वो आगे बताते हैं,'हालांकि इस लड़ाई में मैंने मार्लेना को नहीं मारा और ना ही चोट पहुंचाई। इतना ही नहीं मैंने अपनी बेटियों को भी नुकसान (मैंने कभी नहीं किया और कभी नहीं करूंगा) नहीं पहुंचाया। लेकिन उस रात मार्लेना पर गुस्सा हावी हो गया था और उसने पुलिस को फोन कर दिया। जिसके बाद मुझे उस रात जेल में डाल दिया गया। हां मैं एक आदमी जिसने अपने जीवन में कभी किसी को मारा या नुकसान नहीं पहुंचाया।'

नौकरी खोने के कगार पर हूं

51 वर्षीय क्रिस्टोफर  ने आगे बताया कि कैसे मौजूदा कानून प्रणाली में एक बड़ी खामी थी जिसकी वजह से निराधार आरोप लगने के बाद भी उन्हें जेल जाना पड़ा। उन्होंने आगे लिखा कि मैं अपनी नौकरी खोने के कगार पर हूं। क्योंकि जब तक इसकी सुनवाई नहीं होजाती है, तबतक मैं प्रशासनिक अवकाश पर हूं। हालांकि, कानूनी प्रणाली बेहद दोषपूर्ण है (विशेष रूप से पुरुषों/पिताओं के खिलाफ) और बीमार है कि कितनी जल्दी और आसानी से एक निर्दोष व्यक्ति को बिना सबूत के जेल में डाल दिया जा सकता है। 'तो मैं यहां हूं...आप सभी को अपना अंतिम पोस्ट लिख रहा हूं।'

क्रोध से मच सकती है तबाही

अपने सुसाइड नोट में उन्होंने यह भी बताया कि गुस्सा किस तरह तबाही फैला सकती है। कैसे 'क्रोध' वास्तव में किसी व्यक्ति के जीवन पर लंबे समय तक चलने वाला और अत्यंत हानिकारक प्रभाव डाल सकता है। दुनिया में बहुत अधिक गुस्सा है और लोगों को एक दूसरे के साथ बेहतर व्यवहार करना शुरू करना चाहिए।

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