आज के समय में ज्यादातर लोग तरह-तरह की चिंताओं में डूबे होते हैं। इसका लव लाइफ पर बहुत बुरा असर होता है। कई बार एंग्जाइटी के चलते रिलेशनशिप खत्म होने की नौबत तक आ जाती है।
लाइफस्टाइल डेस्क। आज हर आदमी तरह-तरह की चिंताओं में डूबा होता है। वह तनाव और स्ट्रेस की समस्या से परेशान होता है। ऑफिस और बिजनेस से जुड़ी समस्याएं, टारगेट पूरा करने का प्रेशर और भविष्य की चिंता से शायद ही कोई बचा रह पाता हो। इन समस्याओं के चलते ज्यादातर लोगों को रात में नींद भी ठीक से नहीं आती है। बावजूद इंसान अकेला चुपचाप इन समस्याओं को झेलता रहता है। लेकिन एक बात वह भूल जाता है कि इसका उसके लव लाइफ और रिलेशनशिप पर कितना बुरा असर पड़ रहा है। जानते हैं उन बातों के बारे में जिन्हें लेकर अगर आप सावधान नहीं हुए तो आपकी लव लाइफ खतरे में पड़ सकती है।
1. पूरी तरह से पार्टनर पर निर्भर या अलगाव महसूस करना
कई बार चिंता इस लेवल तक बढ़ जाती है कि इंसान सही तरीके से सोचने-समझने के काबिल नहीं रह जाता। ऐसे में, उसमें कुछ साइकोलॉजिकल बदलाव होने लगते हैं और वह या तो अपने पार्टनर पर पूरी तरह से निर्भर हो जाता है या फिर उससे कोई मतलब नहीं रखता। वह एक्सट्रीम बिहेव करने लगता है। जाहिर है, इससे रिलेशनशिप में तनाव पैदा हो जाता है।
2. सेक्शुअल इंटिमेसी का खत्म हो जाना
गहरी चिंता और उदासी का सबसे ज्यादा असर पार्टनर्स की सेक्स लाइफ पर पड़ता है। चिंता या अवसाद की हालत में पार्टनर्स सेक्स संबंध नहीं बना पाते, क्योंकि उन्हें इसकी इच्छा ही नहीं होती। ऐसे में, जाहिर है कि उनके बीच दूरी बढ़ती है और यह धीरे-धीरे रिश्ते को खत्म करने लगता है।
3.आत्मविश्वास का खत्म हो जाना
चिंता और डिप्रेशन से आत्मविश्वास खत्म होने लगता है। व्यक्ति को अपनी ही क्षमताओं पर शक होने लगता है। वह सोचने लगता है कि पता नहीं कोई काम उससे हो पाएगा या नहीं। सेल्फ कॉन्फिडेंस कम होने से रिश्ते पर नेगेटिव असर होता है।
4. ले सकता है गलत डिसीजन
एंग्जाइटी और डिप्रेशन की समस्या से ग्रस्त आदमी कई बार गलत डिसीजन लेने लगता है। वास्तविक स्थितियों को सही ढंग से नहीं समझ पाने के कारण ऐसा होता है। इसका असर उसके रिलेशनशिप पर भी पड़ता है। वह कुछ ऐसे डिसीजन ले सकता है जो उसके पार्टनर के लिए सही न हों और उससे नुकसान पहुंचे।
5. कम्युनिकेशन में दिक्कत
गहरी चिंता और उदासी से पीड़ित व्यक्ति कई बार अपनी बातों को सही तरीके से नहीं रख पाता है। डिप्रेस हो जाने पर अक्सर लोग बातचीत करना कम या बंद कर देते हैं। कई बार वे कहना कुछ चाहते हैं, पर कह देते हैं कुछ और। ऐसे में, वे अपने पार्टनर से सही तरीके से कम्युनिकेट नहीं कर पाते। इसका नकारात्मक असर उनके संबंधों पर पड़ता है। रिलेशनशिप में प्रॉपर कम्युनिकेशन का होना बहुत जरूरी है।