Ashubh Yog April 2023: अप्रैल 2023 में बनेंगे 2 सबसे अशुभ योग, जिससे हो सकता है जान-माल का नुकसान

Ashubh Yog April 2023: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जब एक ही राशि में 2 या इससे अधिक ग्रह होते हैं तो कई शुभ या अशुभ योग बनते हैं। इनका असर देश-दुनिया के साथ-साथ हर व्यक्ति के जीवन पर भी पड़ता है। अप्रैल 2023 में एक महाभयंकर अशुभ योग बनने वाला है।

 

Manish Meharele | Published : Feb 15, 2023 11:32 AM IST

उज्जैन. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, हर एक ग्रह दूसरे से या तो सम भाव रखता है या मित्र भाव या शत्रु भाव रखता है। जब जो विपरीत स्वभाव के ग्रह एक ही राशि में बनते हैं तो इससे अशुभ योगों का निर्माण होता है। इन अशुभ योगों का असर देश-दुनिया पर भी देखने को मिलता है। (Ashubh Yog April 2023) कई बार इन अशुभ योगों के चलते प्राकृतिक घटनाएं भी होती हैं। ऐसा ही एक अशुभ योग अप्रैल 2023 में बनने जा रहा है। इस अशुभ योग के चलते कुछ अप्रत्याशित घटनाएं हो सकती है, जिससे जान-माल का नुकसान हो सकता है।

मेष राशि में बनेगा ये अशुभ योग
उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी के अनुसार, अप्रैल 2023 में 14 तारीख को सूर्य मीन से निकलकर मेष में प्रवेश करेगा। इस राशि में पहले से ही राहु स्थित है। राहु और सूर्य एक दूसरे के शत्रु ग्रह हैं। इसके बाद 22 अप्रैल को गुरु ग्रह भी मीन से निकलकर मेष राशि में आ जाएगा। ऐसा होने से मकर राशि में सूर्य, गुरु और राहु का त्रिग्रही योग बन जाएगा। गुरु और राहु भी एक-दूसरे के शत्रु हैं।

शनि की नजर रहेगी मेष राशि पर
ज्योतिषाचार्य पं. द्विवेदी के अनुसार, जिस समय मेष राशि में सूर्य, गुरु और राहु की युति बनेगी, उस समय इस युति पर शनि की नीच की दृष्टि भी रहेगी, जिससे ये अशुभ योग और भी प्रलंयकारी साबित हो सकता है। राहु और गुरु की युति से गुरु चांडाल योग और राहु सूर्य की युति से ग्रहण योग का निर्माण होगा। ये दोनों ही योग अशुभ फल देने वाला माने गए हैं। इस दौरान देश-दुनिया में कोई बड़ा हादसा या अग्निकांड हो सकता है।

कब तक रहेगा ये अशुभ योग?
15 मई को सूर्य मेष से निकलकर वृषभ राशि में प्रवेश कर जाएगा, जिससे ग्रहण योग समाप्त हो जाएगा, लेकिन राहु और गुरु की युति बनी रहेगी। 30 अक्टूबर को राहु जब मीन राशि में प्रवेश करेगा, तब गुरु चांडाल योग समाप्त होगा। यानी ये योग लगभग 6 महीने तक रहेगा। साल का पहला सूर्य ग्रहण सूर्य ग्रहण 20 अप्रैल को होगा। हालांकि ये ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए सूतक आदि नियम यहां मान्य नहीं होंगे, लेकिन राशियों पर इसका असर जरूर दिखाई देगा।

क्या परिणाम हो सकता है इन अशुभ योगों का?
- मेष राशि में बनने वाले गुरु चांडाल और ग्रहण योग के अशुभ परिणाम के चलते सरकार और जनता के बीच किसी बात पर तनाव की स्थिति बन सकती है। सीमावर्ती इलाकों में कोई घटना-दुर्घटना के योग भी बनेंगे।
- इन अशुभ योगों पर शनि की नीच की नजर होने से कोई बड़ा आंदोलन इस समय उग्र रूप ले सकता है। जिसके चलते सरकार की छवि खराब हो सकती है, साथ ही साथ देश के बड़े नेता की सेहत भी बिगड़ सकती है।
- कोई बड़ी अग्नि दुर्घटना या हवाई हादसा अप्रैल या मई 2023 में हो सकते हैं। सेना को मैदान में उतरना पड़ सकता है। कोई नई बीमारी देश-दुनिया पर इस समय दस्तक दे सकती है। मेष राशि पर इसका सबसे अशुभ परिणाम देखने को मिलेगा।



ये भी पढ़ें-

Mahashivratri 2023: महाशिवरात्रि पर करें व्रत-उपवास तो ध्यान रखें ये 3 बातें, तभी मिलेगा शिव पूजा का संपूर्ण फल


When is Maha Shivratri 2023: महाशिवरात्रि पर बनेगा 4 ग्रहों का दुर्लभ संयोग, 18 फरवरी को किया जाएगा एक और व्रत भी


Mahashivratri 2023: क्या शिवजी ने रावण को दान में दी थी सोने की लंका, क्यों भूत-प्रेतों के स्वामी हैं महादेव?


Disclaimer : इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें। आर्टिकल पर भरोसा करके अगर आप कुछ उपाय या अन्य कोई कार्य करना चाहते हैं तो इसके लिए आप स्वतः जिम्मेदार होंगे। हम इसके लिए उत्तरदायी नहीं होंगे।

 

Share this article
click me!