Published : Jul 25, 2025, 01:45 PM ISTUpdated : Jul 25, 2025, 02:13 PM IST
गणेश चतुर्थी का त्योहार 27 अगस्त के दिन मनाया जाने वाला है। इस त्योहार को लेकर अभी से धूम देखने को मिल रही है। वहीं, गणेश जी की पूजा में कुछ चीजें ऐसी होती हैं, जोकि उन्हें चढ़ाना बिल्कुल वर्जित होती हैं।
27 अगस्त के दिन मनाया जाएगा गणेश चतुर्थी का त्योहार
कुछ दिनों में हर घर में गणपत्ति बप्पा मोरया की गूंज सुनाई देने वाली है। भगवान गणेश का सबसे प्रसिद्ध त्योहार गणेश चतुर्थी का पर्व 27 अगस्त के दिन मनाया जाने वाला है। भक्त पूरे विधि-विधान के साथ गणेश जी की मूर्ति को घर में स्थापित करते हैं। रोजाना उन्हें भोग लगाते हैं, उनकी पूजा करते हैं। 10वें दिन यानी अनंत चतुर्दशी के दिन गणेश जी की मूर्ति का विसर्जन करते हैं। ऐसा करते वक्त भक्तों की आंखें नम हो जाती है, लेकिन इस बात की उम्मीद मन में होती है कि गणपति बप्पा अगले वर्ष फिर से पधारेंगे। कुछ भक्त ऐसे होते हैं जो भगवान गणेश को ऐसी चीजें अर्पित कर देते हैं, जिनकी साफी मनाई होती है। आइए जानते हैं कौन-कौन सी हैं वो चीजें।
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गणेश चतुर्थी शुभ मुहूर्त
भाद्रपद माह की चतुर्थी तिथि 26 अगस्त के दिन दोपहर 1:54 मिनट से शुरू होने वाली है। वहीं, इसका समापन 27 अगस्त को दोपहर 3:44 मिनट पर होगा। उदय तिथि के आधार पर गणेश चतुर्थी का त्योहार 27 अगस्त के दिन मनाया जाएगा। गणेश चतुर्थी का शुभ मुहूर्त सुबह 11:23 से दोपहर 1:54 मिनट तक रहने वाला है। पूजा के दौरान भगवान गणेश जी को सफेद जनेऊ, चंदन, दूर्वा, चावल, धूप, दीप, फूल और वस्त्र अर्पित करें।
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भूलकर भी न चढ़ाएं तुलसी के पत्ते
गणेश जी की पूजा में भूलकर भी तुलसी के पत्ते को अर्पित न करें। दरअसल पौराणिक कथा के मुताबिक तुलसी ने गणेश जी को श्राप दिया था, क्योंकि उन्होंने उनके साथ शादी का प्रस्ताव ठुकरा दिया था। दूसरी तरफ गणेश जी ने भी तुलसी जी को ये श्राप दिया था कि उनकी शादी किसी असुर से होगी और उनकी पूजा में तुलसी का उपयोग नहीं होगा।
इसके अलावा भगवान गणेश जी को सफेद चीजें भूलकर भी न चढ़ाएं। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक एक बार चंद्रदेव ने भगवान गणेश का मजाक उड़ाया था, जिससे वो काफी नाराज हो गए थे। भगवान गणेश ने चंद्रमा को श्राप दिया था। इसके बाद से भगवान गणेश की पूजा में सफेद रंग से जुड़ी चीजों को शामिल नहीं किया जाता है। इसके अंदर सफेद चंदन, सफेद जनऊ, सफेद फूल और सफेद वस्त्र शामिल हैं।
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भूलकर भी न चढ़ाएं मुरझाए फूल
वहीं, गणेश चतुर्थी के खास मौके पर पूजा करते समय आप बप्पा को मुरझाए हुए या फिर सूखे फूल भूलकर भी न चढ़ाएं। साथ ही खराब फल भी न चढ़ाएं। इस बात का भी ध्यान रखें कि पूजा में टूटे हुए चावलों को भूलकर भी उपयोग न करें। केतकी के फूल भगवान गणेश को बिल्कुल भी अर्पित न करें।
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"इस लेख में दी गई सारी जानकारी केवल सामान्य सूचना के लिए है। एशियानेट हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है।"