5 famous Hanuman temples: वैसे तो हमारे देश में हनुमानजी के लाखों मंदिर हैं, लेकिन इनमें से कुछ मंदिर बहुत खास है। कहीं भूत-प्रेत उतारे जाते हैं तो कहीं रोज चमत्कार देखने को मिलते हैं। हनुमान जयंती के मौके पर इन मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ती है।
Hanuman Jayanti 2024: आज (23 अप्रैल, मंगलवार) हनुमान जयंती का पर्व पूरे देश में धूम-धाम से मनाया जाएगा। इस मौके पर प्रमुख हनुमान मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ती है। वैसे तो हमारे देश में हनुमानजी के लाखों मंदिर हैं। इन मंदिरों में रोज लाखों लोग दर्शन करते हैं। इनमें से कुछ मंदिर ऐसे भी हैं, जिनके साथ विशेष मान्यताएं जुड़ी हुई हैं। हनुमान जयंती के मौके पर हम आपको ऐसे ही 5 मंदिरों के बारे में बता रहे हैं…
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प्रयागराज का बड़ा हनुमान मंदिर
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज किले के समीन है बड़ा हनुमान मंदिर। ये एकमात्र ऐसा मंदिर है जहां हनुमान जी लेटी हुई प्रतिमा स्थापित है। इसकी लंबाई लगभग 20 फीट है। कहते हैं कि हनुमानजी ने इसी स्थान पर आकर आराम किया था, इसलिए यहां लेटी हुई अवस्था में इनकी प्रतिमा बनाई गई है। बारिश के दिनों में इस प्रतिमा को कहीं और सुरक्षित स्थान पर ले जाया जाता है और बाद में पुन: यहीं लाकर स्थापित कर दिया जाता है।
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अयोध्या का हनुमानगढ़ी मंदिर
वैसे तो अयोध्या को भगवान श्रीराम की जन्म भूमि के रूप में पूजा जाता है, लेकिन यहां हनुमानजी का भी एक प्रसिद्ध मंदिर है, जिसे हनुमानगढ़ी कहते हैं। ये मंदिर काफी ऊंचाई पर एक टेकरी पर स्थित है। कहते हैं कि भगवान श्रीराम के समय हनुमानजी यहीं से अयोध्या की रक्षा करते थे। यहां तक पहुंचने के लिए लगभग 60 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं। मंदिर के चारों ओर साधु-संत निवास करते हैं। कहते हैं कि इस मंदिर की स्थापना लगभग 300 साल पहले स्वामी श्रीअभयारामदासजी ने की थी।
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राजस्थान का सालासर हनुमान मंदिर
राजस्थान के सालासर में भी हनुमानजी का एक प्रसि्दध मंदिर है, जिसे सालासर बालाजी के नाम से जाना जाता है। खास बात ये है कि यहां स्थित हनुमान प्रतिमा दाड़ी और मूंछों से सुशोभित है। भारत में अन्य कहीं भी ऐसी प्रतिमा देखने को नहीं मिलती। यहां प्रतिदिन भक्तों की भीड़ उमड़ती है। दूर-दूर से श्रद्धालु यहां अपनी मनोकामनाएं लेकर आते हैं और मनचाहा वरदान पाते हैं।
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मेहंदीपुर का बालाजी हनुमान मंदिर
राजस्थान के जयपुर से लगभग 65 किलोमीटर दूर है मेहंदीपुर बालाजी मंदिर। ये मंदिर एक हजार साल पुराना बताया जाता है। यहां पर एक बहुत विशाल चट्टान पर ही हनुमान जी की आकृति स्वयं ही उभर आई थी। खास बात ये है कि यहां प्रेत बाधा से पीड़ित लोगों की लाइफ लगती है। उन्हें यहां लोहे की जंजीरों से बांधकर रखा जाता है। कहते हैं कि मुगलकाल के दौरान इस मंदिर को तोड़ने के कई प्रयास हुए लेकिन सफल नहीं हो पाए।
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वाराणसी का संकटमोचन मंदिर
उत्तर प्रदेश के वाराणसी में है संकचमोचन हनुमान मंदिर। इस मंदिर की प्रसिद्धि भी दूर-दूर तक फैली हुई है। यहां स्थित हनुमान प्रतिमा को चमत्कारी कहा जाता है। प्रतिदिन यहां भक्तों की भीड़ उमड़ती है। हनुमान जयंती के मौके पर यहां हनुमानजी झांकी सजाई जाती है और चार दिन तक रामायण, संगीत सम्मेलन आदि कार्यक्रम होते हैं।
Disclaimer : इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।