Mangala Gauri Vrat 2023: 18 जुलाई को करें पुष्य नक्षत्र में मंगला गौरी व्रत, जानें पूजा विधि, शुभ मुहूर्त व अन्य खास बातें

Mangala Gauri Vrat 2023: 18 जुलाई, मंगलवार को मंगला गौरी व्रत किया जाएगा। ये इस बार का तीसरा मंगला गौरी व्रत रहेगा। इस दिन कई शुभ योग बनेंगे, जिसके चलते इसका महत्व और भी ज्यादा हो गया है। इसी दिन से सावन का अधिक मास शुरू होगा।

 

Manish Meharele | Published : Jul 10, 2023 11:31 AM IST / Updated: Jul 18 2023, 08:26 AM IST

उज्जैन. 18 जुलाई, मंगलवार से सावन का अधिक मास शुरू हो रहा है। इस दिन मंगला गौरी व्रत (Mangala Gauri Vrat 2023) किया जाएगा। ये इस बार का तीसरा मंगला गौरी व्रत रहेगा। ये व्रत विवाहित और कुंवारी कन्याएं दोनों कर सकती हैं। विवाहित महिलाएं ये व्रत अपने परिवार की सुख-समृद्धि के लिए करती हैं और कुंवारी लड़कियां ये व्रत मनचाहे और सुयोग्य पति के लिए करती हैं। आगे जानिए इस व्रत से जुड़ी खास बातें…

कौन-कौन से शुभ योग बनेंगे इस दिन? (Mangala Gauri Vrat 18 July 2023 Shubh Yog)
सावन मास का तीसरा मंगलवार 18 जुलाई को है, इसलिए इस दिन मंगला गौरी व्रत किया जाएगा। मंगलवार को दिन भर पुष्य नक्षत्र रहेगा, जिससे वर्धमान नाम का शुभ योग बनेगा। इसके अलावा इस दिन सुबह कुछ देर के लिए सर्वार्थसिद्धि योग भी रहेगा। 

ये हैं पूजा के शुभ मुहूर्त (Mangala Gauri Vrat 2023 Shubh Muhurat)
- सुबह 09:14 से 10:53 तक
- सुबह 10:53 से दोपहर 12:33 तक
- दोपहर 12:06 से 12:59 तक
- दोपहर 12:33 से 02:12 तक
- दोपहर 03:51 से 05:31 तक

इस विधि से करें मंगला गौरी व्रत की विधि (Mangala Gauri Vrat Vidhi)
18 जुलाई, मंगलवार की सुबह स्नान आदि करने के बाद व्रत-पूजा का संकल्प लें। ऊपर पताए गए किसी एक मुहूर्त में देवी पार्वती का चित्र या प्रतिमा एक साफ पटिए यानी चौकी पर स्थापित करें। देवी को हार पहनाएं। शुद्ध घी का दीपक जलाएं। माता पार्वती को सुहाग की सामग्री भेंट करें। इसके बाद अबीर, गुलाल, रोली, चावल आदि चीजें भी चढ़ाएं। इस तरह पूजा करने के बाद देवी को अपनी इच्छा अनुसार भोग लगाएं और आरती करें। इस प्रकार जो महिलाएं मंगला गौरी व्रत करती हैं, उनके परिवार में हमेशा सुख-शांति बनी रहती है।



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