
Ayodhya Ram Mandir Akhand Deepak: अयोध्या राम मंदिर का उद्घाटन 22 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों से होगा। इस कार्यक्रम में देश भर की बड़ी-बड़ी हस्तियां शामिल होंगी। इसके पहले देश भर से राम मंदिर के लिए भक्तों द्वारा पूजन सामग्री आदि भेजी जा रही है। राम मंदिर में एक अखंड दीपक भी जलाया जाएगा, जो अयोध्या पहुंच चुका है। आगे जानिए इस अखंड दीपक से जुड़ी खास बातें…
राम मंदिर में जलेगा अखंड दीपक
अयोध्या के राम मंदिर में 22 जनवरी 2024 से ही अखंड दीपक भी जलाया जाएगा, जो अनवरत जलता रहेगा, यानी इसकी लौ कभी बुझेगी नहीं। इस दीपक को बनाने में चांदी का उपयोग किया गया है। चांदी से बना ये दीपक दिन रात अपनी चमक राम मंदिर में बिखेरेगा। खास बात ये भी है कि इस अखंड दीपक को जलाने के लिए तेल का नहीं बल्कि गाय के शुद्ध घी का उपयोग किया जाएगा।
क्या होता अखंड दीपक?
अखंड दीपक का अर्थ है जो दीपक एक बार जलने के बाद बुझे नहीं यानी ये दीपक सालों साल हमेशा जलता रहेगा। जब भी कभी इसकी बत्ती बदली जाएगी तो पहले इस दीपक से एक अन्य दीपक जलाया जलाएगा और बत्ती बदलने के बाद उसी दीपक से इसे पुन: प्रज्वल्लित किया जाएगा। समय-समय पर इसमें घी भी डाला जाएगा, ताकि इस दीपक की कभी बुझे नहीं।
मंदिर में क्यों जलाते हैं अखंड दीपक?
देश भर के अनेक मंदिरों में अखंड दीपक जलाने की परंपरा है। यही परंपरा अयोध्या में भी जारी रहेगी। दीपक प्रकाश का प्रतीक है। प्रकाश यानी ज्ञान जो हमेशा रहता है, ज्ञान को कोई आपसे छिन नहीं सकता और न ही कोई आपसे चुरा सकता है। सनातन धर्म में यही ज्ञान का प्रकाश हमें सही रास्ता दिखाता है और सही काम करने की प्रेरणा भी देता है। अखंड दीपक सनातन धर्म के अनादि और अनंत होने का प्रतीक भी है।
ये भी पढ़ें-
Ram Mandir Ayodhya: क्यों खास है अयोध्या की ‘हनुमान गढ़ी’?
Ayodhya Ram Mandir History: किसने की थी गुम हो चुकी अयोध्या की खोज, किसने बनाया था राम मंदिर?
Disclaimer : इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।