
Ayodhya Ram Temple Interesting Facts: 25 नवंबर, मंगलवार को अयोध्या के राम मंदिर में धर्म ध्वज की स्थापना की जाएगी। ये धर्म ध्वज बहुत ही खास रहेगा। ध्वजारोहण स्वयं देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। राम मंदिर में जिन भी चीजों का उपयोग किया जाता है जैसे- घी और चावल आदि। ये भी बहुत ही खास क्वालिटी के होते हैं। ये चीजें कहां से आती है और इनकी क्या विशेषता है, इसके बारे में कम ही लोगों को जानकारी है। आज आपको राम मंदिर में उपयोग किए जाने वाले स्पेशल घी और चावल के बारे में बता रहे हैं…
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अयोध्या राम मंदिर में अखंड ज्योति निरंतर जलती रहती है। इसमें तेल की जगह शुद्ध घी का उपयोग किया जाता है। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि ये घी कर्नाटक से खासतौर पर मंगवाया जाता है। घी मंगवाने की व्यवस्था बिहार के महावीर मंदिर द्वारा की जाती है। अखंड ज्योति के लिए घी की कभी कमी न हो, इसके लिए एडवांस में घी मंगवा कर स्टोर लिया जाता है।
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22 जनवरी 2024 को राम मंदिर में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के समय बिहार के महावीर मंदिर की ही ओर से 2 खास स्टैंड चेन्नई में बनवाकर लगाए गए हैं। इन स्टैंड्स पर सोने की परत चढ़ाई गई है। ये स्टैंड दिखने में पहुत खुबसूरत और कलात्मक दिखाई देते हैं। इनकी चमक दूर से ही दिखाई देती है।
राम लला को रोज कई तरह के व्यंजनों का भोग लगाया जाता है। ये भोग बहुत ही शुद्ध रूप से तैयार किया जाता है। राम लला के भोग में चावल विशेष रूप से बनाए जाते हैं। ये चावल बिहार के कैमूर जिले के मोकरी नामक स्थान पर उगा जाते हैं, जिन्हें गोविंद भोग के नाम से जाना जाता है। अपनी खास क्वालिटी के कारण ये चावल फटता नहीं है, साथ ही इसमें खास महक भी होती है।
अयोध्या में साल 2019 से बिहार के महावीर मंदिर द्वारा राम रसोई चलाई जा रही है। यहां भक्तों के लिए नि:शुक्ल भोजन करवाया जाता है। इस नि:शुक्ल भोजन की थाली में 9 से 10 पकवान होते हैं। इनमें दाल, चावल, रोटी, सब्जी, चटनी, सलाद, 2 तरह के नमकीन और 1 मीठा व्यंजन भी होता है। भोजन में लहसुन-प्याज का उपयोग बिल्कुल नहीं किया जाता।
Disclaimer
इस आर्टिकल में जो जानकारी है, वो धर्म ग्रंथों, विद्वानों और ज्योतिषियों से ली गईं हैं। हम सिर्फ इस जानकारी को आप तक पहुंचाने का एक माध्यम हैं। यूजर्स इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।