Mata Ke Bhajan: माता के भजनों के बिना अधूरा है चैत्र नवरात्रि के ये पर्व, ये 10 भजन झूमने को कर देंगे मजबूर

Mata Ke Bhajan: हिंदू नववर्ष की शुरूआत चैत्र नवरात्रि से होती है। इस बार चैत्र नवरात्रि का पर्व 22 से 30 मार्च तक मनाया जाएगा। इन 9 दिनों में भक्त माता की भक्ति में लगे रहते हैं। भजन गाकर भी माता को प्रसन्न किया जाता है।

 

Manish Meharele | Published : Mar 20, 2023 9:05 AM IST / Updated: Mar 26 2023, 05:15 PM IST

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chaitra navratri 2023

चैत्र नवरात्रि (chaitra navratri 2023) माता की आराधना का पर्व है। इस बार ये उत्सव 22 से 30 मार्च तक मनाया जाएगा। इन 9 दिनों में चारों ओर माता के भजनों की धूम रहती है। हर कोई भजन सुनकर या गाकर माता को प्रसन्न करना चाहता है। माता के इन सुमधुर भजनों (Mata Ke Bhajan) को सुनकर मन में भक्ति की भावना और भी हिलोरे मारने लगती है। चैत्र नवरात्रि के इस मौके पर हम आपको माता के कुछ ऐसे भजनों के बारे में बता रहे हैं, जो ऑल टाइम हिट माने जाते हैं। आगे जानिए कौन-से हैं वो 10 भजन…
 

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भजन 1

ऊँचे ऊँचे पहाड़ो पे मैया जी का बसेरा है 
नीचे हम रहते है ऊपर मैया जी का डेरा है 
मैया जी के द्वारे पे  एक अँधा पुकार रहा 
मैया अंधे को आंखे दो उसे तेरा ही सहारा है 
ऊँचे ऊँचे पहाड़ो पे मैया जी का बसेरा है 
नीचे हम रहते है ऊपर मैया जी का डेरा है 
मैया जी के द्वारे पे कोढ़ी पुकार रहा 
मैया कोढ़ी को काया दो उसे तेरा ही सहारा है 
ऊँचे ऊँचे पहाड़ो पे मैया जी का बसेरा है 
नीचे हम रहते है ऊपर मैया जी का डेरा है 
मैया जी के द्वारे पे निर्धन पुकार रहा
मैया निर्धन को माया दो उसे तेरा ही सहरा है 
ऊँचे ऊँचे पहाड़ो पे मैया जी का बसेरा है 
नीचे हम रहते है ऊपर मैया जी का डेरा है 
मैया जी के द्वारे पे बाँझन पुकार रही 
मैया बाँझन को बेटा दो उसे तेरा ही सहारा है 
ऊँचे ऊँचे पहाड़ो पे मैया जी का बसेरा है 
नीचे हम रहते है ऊपर मैया जी का डेरा है 
मैयाजी के द्वारे पे एक कन्या पुकारी रही 
मैया कन्या को वर घर दो उसे तेरा ही सहारा है
ऊँचे ऊँचे पहाड़ो पे मैया जी का बसेरा है 
नीचे हम रहते है ऊपर मैया जी का डेरा है 
मैया जी के द्वारे पे तेरे भगत पुकार रहे 
मैया भगतो को दर्शन दो उन्हें तेरा ही सहारा है 
ऊँचे ऊँचे पहाड़ो पे मैया जी का बसेरा है 
नीचे हम रहते है ऊपर मैया जी का डेरा है
 

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भजन 2

तक़दीर मुझे ले चल मैयाजी की बस्ती में
दरबार में हर रंग के दीवाने मिलेंगे  
आपस में बड़े प्यार से बेगाने मिलेंगे 
हर देश से पहुचेंगी दर्शन को निगाहे 
चारो तरफ ही माई के परवाने मिलेंगे 
तक़दीर मुझे ले चल मैयाजी की बस्ती में 
ये उम्र गुजर जाये  मैयाजी की बस्ती में 
तक़दीर मुझे ले चल मैयाजी की बस्ती में 
क्या जाने कोई क्या है मेरी माई का दरबारा 
सबसे बड़ा है जग में मेरी माई का दरबारा 
शहरे जड़े हुए है मायी की रहमतो के 
प्यारा सजा हुआ है मेरी माई का दरबारा 
भगतो की है कतारे माई के दर पे देखो 
दुल्हन सा लग रहा है मेरी माई का दरबारा 
तक़दीर मुझे ले चल मैयाजी की बस्ती में 
ये उम्र गुजर जाये  मैयाजी की बस्ती में 
तक़दीर मुझे ले चल मैयाजी की बस्ती में 
सबसे हसीन देखो मेरी माई का दरबारा  
रहमत का है भंडारा मेरी माई का दरबारा 
तारे करम से सबको मेरी माई का दरबारा 
ममता लुटा रहा है मेरी माई का दरबारा 
अमीर और गरीब सब माँ के दर पे है आते 
रहमत का है खजाना मेरी माई का दरबारा 
तक़दीर मुझे ले चल मैयाजी की बस्ती में 
ये उम्र गुजर जाये  मैयाजी की बस्ती में 
तक़दीर मुझे ले चल मैयाजी की बस्ती में
 

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भजन 3

शेरावाली जय हो तेरी 
जोतावाली जय हो तेरी 
लाटावाली जय हो तेरी
जय हो तेरी जय
मेरी चूड़ी अमर कर देना माँ 
मेरा सिंदूर ना मिटने देना माँ
लाल रखना मा मेहंदी की लाली
लाल चूड़ी हाथो में मेरे खनके 
रहु सातो जनम मैं सुहागन 
लाल सिंदूर से माँग मेरी दमके  
हो मेरी मेहंदी अमर कर देना माँ 
मेरा सिंदूर ना मिटाने देना माँ 
मेरी चूड़ी अमर कर देना माँ ||
लाल चुनरी चोला तुझको चढ़ावू  
लाल रंग ही लगे तुझको प्यारा 
मैं तो तेरे ही लाल की हू दुल्हन 
घर ख़ुसीयो से भर दो हमारा 
बस इतनी कृपा कर देना माँ 
मेरा सिंदूर ना मिटने देना माँ 
मेरी चूड़ी अमर करदेना माँ ||
चमकती रहे माथे की बिंदिया 
तेरी किरपा  से ओ मैया चमके 
तेरी बेटी बने लालो वाली 
लाल देके आँचल मेरा भरदो 
सदा चरनो में अपने रखना माँ
मेरा सिंदूर ना मिटने देना माँ
 

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भजन 4

माता रानी का ध्यान धरिये
काम जब भी कोई करिए 
जय माता दी, जय माता दी 
मिल के सब जन बोलो, 
बोलो जय माता दी, जय माता दी 
मिल के सब जन बोलो
माता रानी का ध्यान धरिये 
काम जब भी कोई करिए 
कोई मुश्किल हो पल में टलेगी, 
हर जगह पे सफलता मिलेगी , 
सच्चे दिल से प्रणाम करिए, 
काम जब भी कोई करिए॥ 
जय माता दी, जय माता दी ....
रूप इनका सबसे निराला , 
इसी रूप से है जग में उजाला 
नाम इनका सदा सुमरिये, 
काम जब भी कोई करिए 
जय माता दी, जय माता दी ....
देवी माँ की करो दिल से भक्ति, 
भक्ति देती है जीने की शक्ति,
जग में फिर न किसी से डरिये, 
काम जब भी कोई करिए॥ 
जय माता दी, जय माता दी ....
जय माता दी, जय माता दी 
मिल के सब जन बोलो, 
बोलो जय माता दी, जय माता दी 
मिल के सब जन बोलो
माता रानी का ध्यान धरिये 
काम जब भी कोई करिए
 

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भजन 5

धरती गगन में होती है तेरी जय जयकार, हो मैया
ऊँचे भवन में होती है तेरी जय जयकार
हो मैया, धरती गगन में होती है
तेरी जय जयकार
हो मैया, ऊँचे भवन में होती है
तेरी जय जयकार
दुनिया तेरा नाम जापे
हो दुनिया तेरा नाम जापे
तुझको पूजे संसार
हो मैया, धरती गगन में होती है
तेरी जय जयकार
हो मैया, ऊँचे भवन में होती है
तेरी जय जयकार
सरस्वती महालक्ष्मी काली तीनों की तू प्यारी
गुफा के अंदर तेरा मंदिर, तेरी महिमा न्यारी
शिव की जटा से निकली गंगा, आई शरण तिहारी
आदिशक्ति आद भवानी, तेरी शेर सवारी
हे अम्बे, हे माँ जगदम्बे करना तू इतना उपकार
आये हैं तेरे चरणों में देना हमको प्यार
धरती गगन में होती है तेरी जय जयकार, हो मैया
ऊँचे भवन में होती है तेरी जय जयकार
हो मैया, धरती गगन में होती है
तेरी जय जयकार
हो मैया, ऊँचे भवन में होती है
तेरी जय जयकार
ब्रह्मा विष्णु महेश भी तेरे आगे शीश झुकायें
सूरज चाँद सितारे तुझसे उजियारा ले जायें
देव लोक के देव भी मैया, तेरे ही गुण गायें
मानव करे जो तेरी भक्ति, भव सागर तर जायें
हे अम्बे, हे माँ जगदम्बे करना तू इतना उपकार
आये हैं तेरे चरणों में देना हमको प्यार
हो मैया, धरती गगन में होती है तेरी जय जयकार
हो मैया, ऊँचे भवन में होती है तेरी जय जयकार
हो मैया, धरती गगन में होती है
तेरी जय जयकार
हो मैया, ऊँचे भवन में होती है
तेरी जय जयकार
दुनिया तेरा नाम जापे
हो दुनिया तेरा नाम जापे
तुझको पूजे संसार
हो मैया, धरती गगन में होती है तेरी जय जयकार
हो मैया, ऊँचे भवन में होती है तेरी जय जयकार

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भजन 6

मेरी झोली छोटी पड़ गयी रे,
इतना दिया मेरी माता |
मेरी झोली छोटी पड़ गयी रे,
इतना दिया मेरी माता ||
मेरी बिगड़ी माँ ने बनायीं,
सोयी तकदीर जगाई |
ये बात ना सुनी सुनाई,
मैं खुद बीती बतलाता रे,
इतना दिया मेरी माता |
मेरी झोली छोटी पड़ गयी रे,
इतना दिया मेरी माता ||
मान मिला सम्मान मिला,
गुणवान मुझे संतान मिली |
धन धान मिला, नित ध्यान मिला,
माँ से ही मुझे पहचान मिली ||
घरबार दिया मुझे माँ ने,
बेशुमार दिया मुझे माँ ने,
हर बार दिया मुझे माँ ने,
जब जब मैं मागने जाता,
मुझे इतना दिया मेरी माता ||
मेरी झोली छोटी पढ़ गयी रे,
इतना दिया मेरी माता |
मेरी झोली छोटी पढ़ गयी रे,
इतना दिया मेरी माता ||
मेरा रोग कटा मेरा कष्ट मिटा,
हर संकट माँ ने दूर किया,
भूले से जो कभी गुरुर किया,
मेरे अभिमान को चूर किया ||
मेरे अंग संग हुई सहाई,
भटके को राह दिखाई,
क्या लीला माँ ने रचाई |
मैं कुछ भी समझ ना पाता,
इतना दिया मेरी माता ||
मेरी झोली छोटी पढ़ गयी रे,
इतना दिया मेरी माता |
मेरी झोली छोटी पढ़ गयी रे,
इतना दिया मेरी माता ||
उपकार करे भव पार करे,
सपने सब के साकार करे,
ना देर करे माँ मेहर करे |
भक्तो के सदा भंडार भरे,
महिमा निराली माँ की,
दुनिया है सवाली माँ की ||
जो लगन लगा ले माँ की,
मुश्किल में नहीं घबराता रे,
मुझे इतना दिया मेरी माता ||
मेरी झोली छोटी पढ़ गयी रे,
इतना दिया मेरी माता |
मेरी झोली छोटी पढ़ गयी रे,
इतना दिया मेरी माता ||
कर कोई यतन ऐ चंचल मन,
तूँ होके मगन चल माँ के भवन |
पा जाये नैयन पावन दर्शन,
हो जाये सफल फिर ये जीवन ||
तू थाम ले माँ का दामन,
ना चिंता रहे ना उलझन,
दिन रात मनन कर सुमिरन |
जा कर माँ कहलाता,
मुझे इतना दिया मेरी माता ||
मेरी झोली छोटी पढ़ गयी रे,
इतना दिया मेरी माता |
मेरी झोली छोटी पढ़ गयी रे,
इतना दिया मेरी माता ||

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भजन 7

भोर भई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे,
हो रही जय जय कार मंदिर विच,
आरती जय माँ,
हे दरबारा वाली आरती जय माँ,
है पहाड़ा वाली आरती जय माँ ||
काहे दी मैया तेरी आरती बनावा,
काहे दी पावां विच बाती,
मंदिर विच आरती जय माँ,
तू हे चोलेयाँ वाली आरती जय माँ,
हे माँ पहाड़ा वाली आरती जय माँ ||
सर्व सोने दी आरती बनावा,
अगर कपूर पावां बाती,
मंदिर विच आरती जय माँ,
हे माँ पिंडी रानी आरती जय माँ,
हे पहाड़ा वाली आरती जय माँ ||
कौन सुहागन दिवा बालेया मेरी मैया,
कौन जागेगा सारी रात,
मंदिर विच आरती जय माँ,
सच्चिया ज्योतां वाली आरती जय माँ,
हे पहाड़ा वाली आरती जय माँ ||
सर्व सुहागिन दिवा बलिया मेरी अम्बे,
ज्योत जागेगी सारी रात,
मंदिर विच आरती जय माँ,
हे माँ त्रिकुटा रानी आरती जय माँ,
हे पहाड़ा वाली आरती जय माँ ||
जुग जुग जीवे तेरा जम्मुए दा राजा,
जिस तेरा भवन बनाया,
मंदिर विच आरती जय माँ,
हे मेरी अम्बे रानी आरती जय माँ,
हे पहाड़ा वाली आरती जय माँ ||
सिमर चरण तेरा ध्यानु यश गावे,
जो ध्यावे सो, यो फल पावे,
रख बाणे दी लाज,
मंदिर विच आरती जय माँ,
सोहने मंदिरां वाली आरती जय माँ ||
भोर भई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे,
हो रही जय जय कार मंदिर विच,
आरती जय माँ,
हे दरबारा वाली आरती जय माँ,
है पहाड़ा वाली आरती जय माँ || 
 

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भजन 8

रंगरेजिया रंग दे रे मैया की चुनरिया,
रंग ऐसा रंग देखे सारी रे नगरीया,
रँगरेजिया रंग दे रे मैया की चुनरिया।।
नौ रंग रंगो वाली रंग दे किनारी,
ओढ़ के मैया रानी लागे रे प्यारी,
चुनर वैसी ले मैं जाऊं माँ की दुअरिया,
रँगरेजिया रंग दे रे मैया की चुनरिया,
रंग ऐसा रंग देखे सारी रे नगरीया,
रँगरेजिया रंग दे रे मैया की चुनरिया।।
कहते है लाल रंग मैया जी को भाए,
लाल लाल फुलवा केसर रंग दे चढ़ाए,
दुल्हन सी लागे मोरी माई की मुरतिया,
रँगरेजिया रंग दे रे मैया की चुनरिया,
रंग ऐसा रंग देखे सारी रे नगरीया,
रँगरेजिया रंग दे रे मैया की चुनरिया।।
झिलमिल सितारों वाले टका देना बूटे,
भक्ति रंग ऐसो रंग जो छुटाये ना छुटे,
बेनाम की रंग जाए सारी रे उमरिया,
रँगरेजिया रंग दे रे मैया की चुनरिया,
रंग ऐसा रंग देखे सारी रे नगरीया,
रँगरेजिया रंग दे रे मैया की चुनरिया।।
रंगरेजिया रंग दे रे मैया की चुनरिया,
रंग ऐसा रंग देखे सारी रे नगरीया,
रँगरेजिया रंग दे रे मैया की चुनरिया।।
 

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भजन 9

अंगना पधारो महारानी मोरी शारदा भवानी 
शारदा भवानी मोरी शारदा भवानी 
अंगना पधारो महारानी मोरी शारदा भवानी 
ऊँची पहाड़िया पे मंदिर बनो है 
मंदिर में मैया के आसन लगो है 
आसन पे बैठी महारानी  मोरी शारदा भवानी 
अंगना पधारो महारानी मोरी शारदा भवानी 
रोगी को काया दे निर्धन को माया 
बांझन पे किरपा ललन घर आया 
मोरी मैया शारद मैया बड़ी वरदानी 
अंगना पधारो महारानी मोरी शारदा भवानी 
मैहर में ढुंढी डोंगरगढ़ में ढुंढी 
कलकत्ता कटरा जालंधर में ढुंढी 
विजराघव गढ़ देखनी मोरी शारदा भवानी 
अंगना पधारो महारानी मोरी शारदा भवानी 
मैया को भार संभाले रे पंडा  
हाथो में जिनके भवानी के झंडा 
झेंडा पे बैठी महारानी मोरी शारदा भवानी 
अंगना पधारो महारानी मोरी शारदा भवानी 
महिमा तुम्हारी भगत जोभी गाये 
हम भी तो मैया के चरणन में आये 
कर दो मधुर मोरी वाणी मोरी शारदा भवानी 
अंगना पधारो महारानी मोरी शारदा भवानी
 

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भजन- 10

मन लेके आया माता रानी के भवन में
बड़ा सुख पाया, बड़ा सुख पाया,
माती रानी के भवन में...
जय जय माँ, अम्बे माँ,
जय जय माँ, जगदम्बे माँ...
मैं जानू वैष्णव माता, 
तेरे ऊँचे भवन की माया,
भैरव पर क्रोध में आके 
माँ तूने त्रिशूल उठाया ।
वो पर्बत जहां पे तूने 
शक्ति का रूप दिखाया,
भक्तो ने वहीँ पे मैया 
तेरे नाम का भवन बनाया 
बड़ा सुख पाया, बड़ा सुख पाया,
माती रानी के भवन में...
तेरे तेज ने ज्वाला मैया 
जब उज्ज्यारा फैलाया,
शाह अकबर नंगे पैरों 
तेरे दरबार में आया ।
तेरी जगमग ज्योत के आगे, 
श्रद्धा से शीश झुकाया,
तेरे भवन की शोभा देखी, 
सोने का क्षत्र चढ़ाया॥
बड़ा सुख पाया, बड़ा सुख पाया,
माती रानी के भवन में...
हे चिंतपूर्णी माता, 
तेरी महिमा सबसे नयारी,
दिए भाईदास को दर्शन, 
तू भक्तो की है प्यारी ।
जो करे माँ तेरा चिंतन, 
तू चिंता हर दे सारी,
तेरे भवन से झोली भरके 
जाते हैं सभी पुजारी ॥
बड़ा सुख पाया, बड़ा सुख पाया,
माती रानी के भवन में...
माँ नैना देवी तूने 
यह नाम भगत से पाया,
नैना गुज्जर को तूने 
सपने में दरश दिखाया ।
आदेश पे तेरे उसने 
तेरा मंदिर बनवाया,
जीवन भर बैठ भवन में 
माँ तेरा ही गुण गया ॥
बड़ा सुख पाया, बड़ा सुख पाया,
माती रानी के भवन में...


 

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