Chanakya Niti: जीवन में पाना चाहते हैं सुकून तो चाणक्य की इन बातों को बांध लें गांठ

Published : Nov 21, 2025, 02:42 PM IST
Chanakya Niti

सार

आचार्य चाणक्य ने जीवन में सफलता, शांति और सुकून पाने के लिए बुनियादी सिद्धांत बताए हैं। उनके सिद्धांतों के अनुसार, लगातार कोशिश करने से धन, ज्ञान और अच्छे गुण मिलते हैं। बिना सोचे-समझे खर्च करना, बुरी संगति और घमंड इंसान को बर्बाद कर देते हैं।

Chanakya Niti For Success: आचार्य चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में कई ऐसी बातें बताई हैं जो बदलते समय के साथ भी इंसान को सही रास्ता दिखा सकती हैं। ये ज़िंदगी की सभी परेशानियों को कम करने और चुनौतियों से निपटने में मदद कर सकती हैं। हर इंसान की ज़िंदगी में एक समय ऐसा आता है जब वह निराश और हारा हुआ महसूस करता है, लेकिन अगर ज़िंदगी के कुछ जरूरी उसूलों को अपना लिया जाए, तो ज़िंदगी एक बार फिर सही रास्ते पर चल सकती है और सफलता का रास्ता खुल सकता है। आइए आचार्य चाणक्य की बताई पांच ऐसी बातों के बारे में जानें जो ज़िंदगी में शांति और सुकून ला सकती हैं। आचार्य चाणक्य की बताई बातें जिन्हें अपनाकर ज़िंदगी में शांति और सफलता पाई जा सकती है!

अगर आप आचार्य चाणक्य की बताई ज़रूरी बातों को ज़िंदगी में अपना लें, तो इंसान हर मामले में सफलता पा सकता है और शांति और सुकून की ज़िंदगी जी सकता है। आइए आचार्य चाणक्य की बताई कुछ ऐसी सीखों के बारे में जानें जिन्हें अपनाकर ज़िंदगी की मुश्किलों को दूर किया जा सकता है।

एक बूंद से घड़ा भरता है

आचार्य चाणक्य के अनुसार, जैसे एक बूंद से घड़ा भरता है, वैसे ही लगातार जमा करने से धन जमा होता है और ज्ञान और धर्म की प्राप्ति होती है।

ऐसा इंसान बर्बाद हो जाता है

चाणक्य नीति के अनुसार, जो इंसान बिना सोचे-समझे अपनी क्षमता से ज़्यादा पैसा खर्च करता है, और जो बिना सोचे-समझे कमज़ोरों से लड़ता है, वह जल्द ही बर्बाद हो जाता है।

इस तरह का आचरण श्रेष्ठ है

चाणक्य के अनुसार, जो इंसान दूसरे की पत्नी का भी सम्मान करता है, किसी और का धन हड़पने की इच्छा नहीं रखता, और सभी के साथ वैसा ही व्यवहार करता है जैसा वह अपने लिए चाहता है, उसे बुद्धिमान माना जाता है, और ऐसा आचरण श्रेष्ठ माना जाता है।

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खुद को जानने वाला इंसान

चाणक्य के अनुसार, एक बुद्धिमान इंसान हमेशा यह सोचता है: "मेरा समय कैसा चल रहा है? मेरे कैसे दोस्त हैं? मेरे कितने दोस्त हैं? मैं जहां रहता हूं, वहां की हालत कैसी है? मेरी इनकम और खर्च की हालत कैसी है?" वह समुदाय कौन है और वे क्या करने में सक्षम हैं?

लगातार अभ्यास

आचार्य चाणक्य के अनुसार, लगातार अभ्यास से ही ज्ञान मिलता है। अच्छे गुण और स्वभाव परिवार की शान और शोहरत बनाए रखते हैं। किसी व्यक्ति के गुण ही उसकी बेहतरी तय करते हैं।

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Disclaimer: इस आर्टिकल में जो जानकारी है, वो धर्म ग्रंथों, विद्वानों और ज्योतिषियों से ली गईं हैं। हम सिर्फ इस जानकारी को आप तक पहुंचाने का एक माध्यम हैं। यूजर्स इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।

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