
Chanakya Niti: स्त्रियों के बारे में कहा जाता है कि इनके स्वभाव को समझना किसी के बस की बात नहीं। ये बात काफी हद तक सच भी लगती है। भारत के महान विद्वान आचार्य चाणक्य ने भी अपनी नीतियों में महिलाओं के स्वभाव के बारे में काफी कुछ लिखा है। उनके अनुसार, महिलाओं में कुछ बुरी आदतें जन्म से ही होती हैं। उनकी ये बुरी आदतें समय के साथ और ज्यादा बढ़ती जाती हैं। जानें कौन-सी हैं ये बुरी आदतें…
चाणक्य नीति के अनुसार-
अनृतं साहसं माया मूर्खत्वमतिलोभिता।
अशौचत्वं निर्दयत्वं स्त्रीणां दोषा: स्वभावजा:।।
इस श्लोक में आचार्य चाणक्य ने स्त्रियों की 5 बुराइयों के बारे में बताया है जो इस प्रकार हैं –
आचार्य चाणक्य के अनुसार, महिलाएं हर काम करने में बड़ी उतावली होती हैं। वे आगे-पीछे और अच्छे-बुरे का विचार नहीं करती और अनायास ही कोई भी बड़ा कदम उठा लेती हैं। महिलाओं की ये आदत बिल्कुल ठीक नहीं होती क्योंकि जो काम बिना सोच-विचार के किए जाते हैं, उसमें बाद में पछताना पड़ता है।
आचार्य चाणक्य के अनुसार, महिलाएं जन्म से ही लालची स्वभाव की होती है। उन्हें अपने से ज्यादा दूसरों के धन में आसक्ति रहती है। अपने लालची स्वभाव के कारण महिलाएं कभी-कभी अपने स्तर से नीचे भी गिर जाती है और समाज में अपने सम्मान का हनन करवा लेती हैं।
आचार्य चाणक्य की मानें तो महिलाओं में मूर्खता का अवगुण कूट-कूट कर भरा होती है। मूर्ख इसलिए कि उन्हें कोई भी आसानी से छल सकता है। महिलाएं आसानी से किसी की भी चिकनी चुपड़ी बातों में आ जाती हैं। सही और गलत के बारे में न सोचकर मूर्खतापूर्ण काम करने महिलाओं की आदत होती है।
चाणक्य नीति के अनुसार, महिलाएं आलस्यवश घर की साफ-सफाई नहीं करती और न ही अपने शरीर को स्वच्छ रखती हैं। ये अवगुण भी महिलाओं में जन्म से ही होता है। महिलाओं का ये अवगुण उनके अपयश का कारण भी बनता है।
आचार्य चाणक्य का मानना है कि महिलाओं पुरुषों की अपेक्षा अधिक निर्दयी होती हैं। अपने स्वार्थ के लिए वे किसी का भी अहित करने से पीछे नही हटती। महिलाएं अपने स्वार्थ के लिए परिवार, पति और बच्चे किसी को भी छोड़ देती हैं।
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