Chhath Puja 2024: कब से शुरू होगा छठ पर्व? जानें नहाए खाए और खरना की डेट

Published : Oct 29, 2024, 03:53 PM ISTUpdated : Nov 03, 2024, 09:57 AM IST
chhath puja 2024

सार

Chhath Puja 2024: हर साल कार्तिक मास में सूर्य षष्ठी का व्रत किया जाता है। इसे छठ पूजा भी कहते हैं। ये पर्व मुख्य रूप से बिहार, उत्तर प्रदेश और झारखंड आदि में मनाया जाता है। इस उत्सव में सूर्यदेव की पूजा की जाती है। 

Chhath Puja 2024 Details: हिंदू धर्म में सूर्य को प्रत्यक्ष देवता कहा जाता है यानी वो देवता जिन्हें हम देख सकते हैं। साल भर में सूर्यदेव से संबंधित अनेक व्रत-त्योहार मनाए जाते हैं, सूर्य षष्ठी भी इनमें से एक है। इसे छठ पूजा भी कहते हैं। ये पर्व कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से षष्ठी तिथि तक मनाया जाता है। इन 3 दिनों में छठ पूजा से संबंधित अनेक परंपराएं निभाई जाती है। जानें इस बार कब से शुरू होगा छठ पर्व और किस दिन क्या किया जाएगा?

कब से शुरू होगा छठ पर्व 2024?

पुराणों के अनुसार, छठ पर्व की शुरूआत कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से होता है। इस बार ये तिथि 5 नवंबर, मंगलवार को है यानी इसी दिन से छठ पर्व शुरू होगा। छठ पर्व के पहले दिन को नहाय खाए कहते हैं। इस दिन महिलाएं घर की साफ-सफाई करती हैं। घर में सभी के लिए सात्विक भोजन जिसमें चने की दाल, लौकी की सब्जी और चावल होता है, बनाया जाता है।

छठ व्रत के दूसरे दिन होता है खरना

कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को छठ व्रत का दूसरा दिन होता है। इसे खरना कहते हैं। इस बार खरना 6 नवंबर, बुधवार को है। इस दिन व्रत करने वाली महिलाएं गुड़ से बनी खीर का प्रसाद बनाती हैं और रात के समय इसे खाती हैं। इस खीर को खाने के बाद अगले 36 घंटे का व्रत शुरू होता है।

कब है छठ व्रत 2024?

कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को छठ पूजा का मुख्य दिन होता है। इसे डाला छठ भी कहते हैं। इस बार छठ पूजा का मुख्य दिन 7 नवंबर, गुरुवार को है। इस दिन सूर्यास्त के समय डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। सूर्यदेव को अपने प्रकार की सामग्री, फल, मिठाई आदि भोग के रूप में चढ़ाई जाती हैं। इसके अगले दिन यानी 8 नवंबर, शुक्रवार को लोग उगते हुए सूर्य को अध्य देकर अपना व्रत पूर्ण करेंगे।


ये भी पढ़ें-

अर्जुन को किसने दिया था किन्नर बनने का श्राप? जानें महाभारत की रोचक कथा


क्या भीम ने सचमुच पीया था दु:शासन की छाती का खून? जानें इस रहस्य का सच


Disclaimer
इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।

 

 

PREV

Recommended Stories

Aaj Ka Panchang 9 दिसंबर 2025: चंद्रमा बदलेगा राशि, जानें राहुकाल और अभिजीत मुहूर्त का समय