Christmas Tradition: लाल कपड़े ही क्यों पहनते हैं सांता क्लॉज?

Published : Dec 22, 2024, 11:05 AM ISTUpdated : Dec 25, 2024, 09:43 AM IST
santa claos chirtmas 2024

सार

Interesting facts related to Santa Claus: क्रिसमस से जुड़ी अनेक परंपराएं हैं जो इसे और भी खास बनाती हैं। क्रिसमस पर सांता क्लॉज को जरूर याद किया जाता है। ये क्रिसमस से जुड़ी सबसे खास परंपराओं में से एक है। 

ईसाई समुदाय के लोगों के लिए 25 दिसंबर का दिन बहुत ही खास होता है। क्योंकि इस दिन हर चर्च में प्रभु यीशु का जन्मोत्सव मनाया जाता है। क्रिसमस से जुड़ी कईं और भी मान्यताएं व परंपराएं हैं जो इसे खास बनाती है। क्रिसमस और सांता क्लॉज का नाम एक-दूसरे का पर्याय है। सांता क्लॉज कौन था, ये लाल कपड़े ही क्यों पहनता है। आगे जानिए सांता क्लॉज से जुड़ी खास बातें…

कौन थे पहला सांता क्लॉज, कैसे शुरू हुई परंपरा?

ईसाई मान्यताओं के अनुसार, निकोलस नाम के एक संत थे, उनका जन्म जीसस की मृत्यु के 280 साल हुआ था। पहले ये ईसाई धर्म के पादरी थे और बाद में बिशप बने। संत निकोलस रात को अपना रूप बदलकर अक्सर जरूरतमंदों की मदद करते थे, जिसके चलते वे लोगों के बीच काफी लोकप्रिय थे। वैसे तो संत निकोलस और जीसस के जन्म का सीधा संबंध नहीं रहा है फिर भी आज के समय में सांता क्लॉज क्रिसमस का अहम हिस्सा है।

लाल कपड़े ही क्यों पहनते हैं सांता?

जब संत निकोलस की मृत्यु हो गई तो लोगों द्वारा उनके बारे में कईं तरह की बातें की जाने लगी। लोगों के बीच ये प्रचलित हो गया कि सांता क्लॉज का घर उत्तरी ध्रुव पर है और वे उड़ने वाले रेनडियर्स की गाड़ी पर सवार होकर चलते हैं। संत निकोलस रूप बदलकर लोगों के बीच जाते थे, बाद में उनके रूप के साथ लाल कपड़े जुड़ गए। इसके पीछे का कारण है था कि ये रंग खुशी और प्यार का प्रतीक है और अपनेपन को दर्शाता है।

खुशियां बांटता है सांता

सांता क्लॉज के बारे में कहा जाता है कि ये हमेशा खुशियां बांटता है। अगर कोई सांता से कोई विश मांगता है तो जल्दी ही पुरी हो जाती है। अनेक फिल्मों और वीडियोज में सांता को हो…हो…हो…करते दिखाया जाता है। इसका मतलब है कि सांता खुश हैं और इसलिए वे हंसकर अपना उत्साह जाहिर कर रहे हैं।


ये भी पढ़ें-

Christmas 2024: क्रिसमस ट्री के ये 5 टिप्स चमका सकते हैं आपकी किस्मत


Christmas History: कहां मनाया गया था पहला क्रिसमस, इसे क्यों कहते हैं बड़ा दिन?


 

PREV

Recommended Stories

Unique Temple: इस मंदिर में आज भी गूंजती है श्रीकृष्ण की बांसुरी की आवाज, रहस्यमयी है ये जगह
किन लोगों को दिखाई देते हैं भूत-प्रेत? जानें जन्म कुंडली से