khatu mela 2023: कितनी देर में होंगे बाबा श्याम के दर्शन, प्रसाद चढ़ा पाएंगे या नहीं, किन बातों की रहेगी मनाही? जानें हर खास बात

Published : Feb 22, 2023, 09:41 AM IST
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सार

khatu mela 2023: राजस्थान के खाटू श्याम मंदिर में हर साल लगने वाला लक्खी फाल्गुन मेला 22 फरवरी से शुरू हो चुका है जो 4 मार्च तक रहेगा। इस दौरान देश-दुनिया से लाखों भक्त भगवान खाटूश्याम के दर्शनों के लिए यहां पहुंच चुके हैं। 

उज्जैन. वैसे तो पूरे देश में भगवान खाटूश्याम के अनेक मंदिर हैं, लेकिन इन सभी में राजस्थान के सीकर जिले (Sikar) में स्थित मंदिर की मान्यता सबसे अधिक है (Khatu Shyam Temple Rajasthan)। हर साल फाल्गुन मास में यहां मेले का आयोजन किया जाता है, जिसमें लाखों भक्त यहां आकर भगवान के दर्शन करते हैं। (Falgun Lakhi Mela 2023) इस बार ये मेला 22 फरवरी से शुरू हो चुका है, जो 4 मार्च तक रहेगा। मेले में आने वाले भक्तों को कोई असुविधा न हो, इसके लिए प्रशासन ने कई इंतजाम किए गए हैं। आगे विस्तार पूर्वक जानिए इस बार कैसे होंगे भगवान खाटूश्याम के दर्शन…

इतनी देर में होंगे बाबा श्याम के दर्शन
दर्शन करने आए भक्तों में भगदड़ की स्थिति न बने, इसके लिए दर्शनों के लिए 3 के बजाय 4 लाइनें होंगी, जो 75 फीट ग्राउंड तक बैरिकेडिंग से ही आएगी। इससे भीड़ का दबाव भी कम होगा और मात्र 3-4 घंटे में ही भक्त मंदिर परिसर तक पहुंच जाएंगे। इसके पहले दर्शनों के लिए भक्तों को 7-8 घंटे तक खड़ा रहना पड़ता था। यानी इस बार आधे समय में भक्तों को दर्शन करवाने का प्लान है।

शीशे के उस पार होंगे बाबा के दर्शन
पिछले कुछ समय से मंदिर का विकास कार्य चल रहा था, जिसके चलते मंदिर 13 नवंबर से बंद था। इसके बाद फरवरी के पहले सप्ताह में दर्शनों के लिए मंदिर खोला गया है। इस बार मंदिर प्रशासन ने बाबा की प्रतिमा के आगे शीशे की दीवार खड़ी की है। अब भक्तों को शीशे के उस पार बाबा के दर्शन होंगे। भक्तों के लिए एक खुशखबरी ये है कि पिछले कुछ समय से भक्तों के प्रसाद चढ़ाने पर जो रोक थी, वो हटा ली गई है। यानी भक्त बाबा को भोग लगा पाएंगे।

इन बातों की रहेगी मनाही
इस बार मंदिर प्रशासन ने डीजे पर रोक लगाने का फैसला किया है। भक्त डीजे की जगह पुराने वाद्ययंत्र जैसे ढोलक और मंजीरे के साथ भजन करते हुए मंदिर तक आ सकेंगे। होटल और धर्मशाला में भजन कार्यक्रम करने के दौरान भी गाइड लाइन का पालन करना होगा। भक्त इस बार बाबा के निशान (झंडे) मंदिर तक नहीं ले जा सकेंगे। ग्राउंड के सामने ही एक काउंटर बना है, यहां भक्त निशान जमा करा सकेंगे।।

बुजुर्गों को मिलेगी ये सुविधा
इस बार लक्खी मेले में दिव्यांगजनों (40 प्रतिशत से अधिक) और बुजुर्गों (70 वर्ष से अधिक) को दर्शन करवाने के लिए अलग से कतार बनाई गई है, उन्हें आम लोगों की लाइन में खड़ा नहीं होना पड़ेगा। इसके लिए उन्हें ऑनलाइन पोर्टल https://online.shrishyammandir.com/ पर निशुल्क रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। दर्शन के लिए आते समय उन्हें रजिस्ट्रेशन की कॉपी के साथ एक पहचान पत्र आवश्यक रूप से साथ लाना होगा।

ये 5 बातें भी जान लें
1. कतार में खड़े भक्तों को पानी के लिए लाइन से निकलने की जरूरत नहीं होगी क्योंकि उन्हें वहीं पर पानी उपलब्ध करवाया जाएगा।
2. मेला क्षेत्र की व्यवस्थाओं की जानकारी माइक के जरिए भक्तों को दी जाती रहेंगी, जिससे उन्हें किसी तरह की कोई असुविधा न हो।
3. मंदिर चौक के बाहर प्रशासन ने कई पूछताछ केंद्र बनाए हैं, जिससे श्रद्धालुओं की मंदिर और मेले से जुड़ी पूरी जानकारी मिल सकेगी।
4. मेले के दौरान रोडवेज 30 अतिरिक्त बस चलाएगा। रूट पर यात्री भार ज्यादा होने पर अतिरिक्त बसों का संचालन होगा।
5. मेले के दौरान रेलवे तीन स्पेशल ट्रेन चलाएगा। इनमें जयपुर-रेवाड़ी-जयपुर प्रतिदिन स्पेशल 9 ट्रिप, जयपुर-सीकर-जयपुर प्रतिदिन स्पेशल 6 ट्रिप और रेवाड़ी-रींगस-रेवाड़ी प्रतिदिन स्पेशल 8 ट्रिप करेगी।



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