Ganesh Utsav 2024: भगवान श्रीगणेश के बारे में कईं ऐसी बातें हैं, जिनके बारे में कम ही लोगों को पता है, जैसे उनके पुत्रों का नाम क्या है, उनके परिवार में कौन-कौन हैं? आदि डिटेल अधिक लोग नहीं जानते।
Interesting facts about Shri Ganesh's family: इस बार गणेश उत्सव 7 सितंबर से शुरू हो चुका है, जो 16 सितंबर तक रहेगा। इन 10 दिनों में रोज भगवान श्रीगणेश की पूजा की जाएगी। श्रीगणेश भगवान शिव व पार्वती के पुत्र हैं, ये बात हम सभी जानते हैं, लेकिन श्रीगणेश के संपूर्ण परिवार के बारे में बहुत कम लोगों को जानकारी है। गणेश उत्सव के इस शुभ मौके पर हम आपको श्रीगणेश के पूरे परिवार के बारे में बता रहे हैं…
पिता हैं महादेव-माता पार्वती
भगवान श्रीगणेश के पिता स्वयं भगवान शिव हैं। शिवजी को इस पूरी सृष्टि का प्राण माना जाता है। शिव को ही सबसे प्रथम देवता भी कहा जाता है। शिव ने ही इस सृष्टि का निर्माण किया और वे ही इसका विनाश भी कहते हैं। श्रीगणेश की माता जगदम्बा पार्वती हैं। पार्वती को ही शक्ति का स्वरूप माना गया है। इन्हीं से नवदुर्गाओं की उत्पत्ति हुई है। शिव और शक्ति के बिना संसार की कल्पना नहीं की जा सकती।
भाई कार्तिकेय हैं देवताओं के सेनापति
भगवान गणेश के बड़े भाई भी हैं, जिनका नाम कार्तिकेय है। ये देवताओं के सेनापति हैं। भगवान कार्तिकेय ने ही कम उम्र में तारकासुर नाम के भयानक राक्षस का वध किया था। कुछ ग्रंथों में लिखा है कि कार्तिकेय ब्रह्मचारी हैं, वहीं कुछ ग्रंथों में इनकी पत्नी का नाम देवसेना बताया गया है।
श्रीगणेश की हैं 2 पत्नी
धर्म ग्रंथों के अनुसार, भगवान गणेश की दो पत्नियां हैं, जिनका नाम सिद्धि और बुद्धि है। ये दोनों प्रजापति विश्वरूप की पुत्रियां हैं। कुछ स्थानों पर इनका रिद्धि और सिद्धि भी मिलता है। रिद्धि-सहित सहित की गई श्रीगणेश की पूजा अधिक फलदाई मानी गई है।
श्रीगणेश के हैं 2 पुत्र
धर्म ग्रंथों में भगवान गणेश के दो पुत्र बताए गए हैं, इनके नाम हैं- क्षेम और लाभ। क्षेम का अर्थ है हमारे अर्जित धन, ज्ञान और ख्याति को सुरक्षित रखने वाले और लाभ का अर्थ है, हमारे इन पुण्यों की वृद्धि करना। लाभ हमें धन, यश आदि में निरंतर बढ़ोत्तरी देता है।
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Disclaimer
इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।