Hariyali Amavasya 2025: हरियाली अमावस्या पर इन चीजों का करें दान, जानें क्या हैं डेट-शुभ मुहूर्त?

Published : Jul 17, 2025, 04:05 PM IST
Ashadha Amavasya 2025

सार

Hariyali Amavasya: सावन के महीने में हरियाली अमावस्या काफी खास मानी गई है। इस दिन पितरों की शांति के लिए कुछ खास कार्य किए जाते हैं। साथ ही कुछ चीजों का दान करना पड़ता है, जोकि कुछ इस तरह से बताए गए हैं।

Hariyali Amavasya: भगवान शिव के पसंदीदा महीने सावन की शुरुआत 11 जुलाई से हो गई है। ये महीना पूरा हरियाली से जुड़ा हुआ है। इस बार हरियाली अमावस्या (Hariyali Amavasya Kab Hai) 24 जुलाई के दिन पड़ रही है। वैसे तो अमावस्या हर महीने आती है, लेकिन इस महीने धरती पर चारों तरफ हरियाली देखने को मिलती है। ऐसे इस महीने की अमावस्या को हरियाली अमावस्या के तौर पर संबोधित किया गया है। इस दिन पितरों की शांति कुछ विधान किए जाते हैं। ऐसे में भगवान शिव के साथ-साथ पितरों का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है।

हरियाली अमावस्या के दिन जरूर करें ये काम

ऐसा कहा जाता है कि जो भी श्रावण मास के दिन पूजन-स्नान आदि करता है। उसे अक्षय फल मिलता है। साथ ही हरियाली अमावस्या को व्रत और पूजा करने से मनुष्य के जीवन में खुशियां आती है। साथ ही पूर्व जन्म के पाप और दोष भी मिट जाते हैं। हरियाली अमावस्या के दिन आप हो सकें तो पवित्र नदी में जाकर स्नान करें। यदि ऐसा संभव न हो पाए तो एक बाल्टी में गंगाजल लेकर पानी के साथ मिलाकर नहा लें। इसके अलावा यदि आप इस दिन पिंडदान और श्राद्ध का काम भी करते हैं तो आपको पितरों का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है।

हरियाली अमावस्या (Hariyali Amavasya 2025) के दिन क्या और किसे करें दान

हरियाली अमावस्या का दिन काफी शुभ माना जाता है। इस दिन अगर आप ब्राह्मणों, दीन-हीन के साथ-साथ जरूरतमंद लोगों को दान करते हैं तो काफी शुभ माना जाता है। हरियाली अमावस्या के दिन आप अन्न, भोजन, फल आदि दान के तौर पर दे सकते हैं।

हरियाली अमावस्या का शुभ मुहूर्त (Hariyali Amavasya Shubu Muhurat)

हरियाली अमावस्या की शुरुआत 24 जुलाई को रात 2:28 मिनट पर हो जाएगी। वहीं, इसका समापन 25 जुलाई को रात 12:40 मिनट पर होगा।

हरियाली अमावस्या के दिन जरूर कराएं रुद्राभिषेक (Rudrabhishek)

इसके अलावा ऐसा भी कहा जाता है कि जो कोई भी हरियाली अमावस्या वाले दिन भगवान शिव का रुद्राभिषेक करवाता है तो उसे भगवान शिव का आशीर्वाद मिलता है। साथ ही बुरी शक्ति से मुक्ति पाने में भी आपको राहत हासिल होती है। आपके सारे काम आसानी से बनने लगते हैं। ऐसे में इस दिन भगवान का नाम जपना भी जरूरी है।

PREV
Read more Articles on

Recommended Stories

Purnima Dates: साल 2026 में 12 नहीं 13 पूर्णिमा, नोट करें डेट्स
सर्दियों में लड्डू गोपाल को कैसा भोग लगाए, कैसे वस्त्र पहनाएं? 5 नियम