
Hartalika Teej Ke Famous Bhajan: इस बार हरतालिका तीज का व्रत 26 अगस्त, मंगलवार को किया जाएगा। धर्म ग्रंथों में इस व्रत का विशेष महत्व बताया गया है। इस व्रत में महिलाएं कुछ भी खाती-पीती नही हैं। दिन भर भूखे रहकर रात भर भगवान शिव और देवी पार्वती की पूजा करती हैं। इस व्रत में सोना भी मना है, इसलिए महिलाएं रात भर भजन-कीर्तन करती हैं। ये भजन मंत्रमुग्ध कर देने वाले होते हैं। इन भजनों से भगवान शिव और देवी पार्वती भी खुश होते हैं। ये हैं हरतालिका तीज के 5 भजन…
ये भी पढ़ें-
Hartalika Teej Pujan Samgri: न करें कोई भूल, यहां नोट करें हरतालिका तीज व्रत की पूजन सामग्री
सजे है अंबर सजी है धरती
सजे है अंबर सजी है धरती
सजी पुरी आकाश जी
गौरा जी को लेने आए मेरे भोलेनाथ जी
घुंघट में चंदा सी लगे मेरी मैया पार्वती
मन मोहक सा रूप है लगे मेरे भोलेनाथ की
मिलन की मंगल घड़ी है आई शक्ति शिव के साथ जी
गौरा जी को लेने आये मेरे भोलेनाथ जी
सजे है काशी सजी उज्जैनी
सजी पुरी कैलाश जी
गौरा जी को लेने ऐ मेरे भोलेनाथ जी
थामा हाथ मा गौरा का मेरे भोलेनाथ ने
बचन दिया है साथ रहेंगे हर मुश्किल हालत में
मिलन की मंगल घड़ी है आई शक्ति शिव के साथ जी
गौरा जी को लेने ऐ मेरे भोलेनाथ जी
सजी हिमाचल सजी हिमालय
सजी पुरी बरात जी
गौरा जी को लेने ऐ मेरे भोलेनाथ जी
सात फिरो से आज बनेगी पार्वती भोलेनाथ की
पुष्प की वर्षा देव करे है नमन करे हर बार जी
मिलन की मंगल घड़ी है आई शक्ति शिव के साथ जी
गौरा जी को लेने ऐ मेरे भोलेनाथ जी
सजे है अंबर साजी है धरती
सजी पुरी आकाश जी
गौरा जी को लेने आए
ये भी पढ़ें-
Hartalika Teej 2025 Date: कब करें हरतालिका तीज व्रत? जानें पूजा विधि, मंत्र, मुहूर्त और कथा
मिले सातों जनम का प्यार
मिले सातों जनम का प्यार मेरे बालम का ।
हो खुशियों का संसार पिया मन भावन का – – – – – 2
मिले सातो जनम का प्यार – – – – -2
हे भोले बाबा हे गौरा रानी मांगू में ये वरदान
सदा सुहागन का रहे सातो जनम का साथ
मेरे बालम का मिले सातो जनम का प्यार मेरे बालम का |
तीज का व्रत त्योहार किया है सजना के नाम का सिन्दुर किया है
चमके मांगों में सिन्दुर साजन के अभिमान का |
हे भोले बाबा हे गोरा रानी मांगु मे वरदान सदा सुहागन का |
रहे सातो जनम का साथ मेरे साजन का – – – – -2
सिन्दुर सजायी मैने ओढी चुन्दरिया मेरा तो जान है मेरा सांवरिया,
कभी कम न हो ये लार पिया के चाहत का ।
हे भोले बाबा हे गौरा रानी मांगु मैं ये वरदान
सदा सुहागन का रहे जनम जनम का साथ मेरे साजन का – – – – – -2
भोला ख़ुशी में कमाल कर बैठे
वो तो गौरा से प्यार कर बैठे
मैंने ढोलक मंगाई भोले के लिए
वो तो डमरू से प्यार कर बैठे
भोला ख़ुशी में कमाल कर बैठे
मैंने गाड़ी मंगाई भोले के लिए
वो तो नंदी से प्यार कर बैठे
भोला ख़ुशी में कमाल कर बैठे
मैंने माला मंगाई भोले के लिए
वो तो नागो से प्यार कर बैठे
भोला ख़ुशी में कमाल कर बैठे
मैंने भोजन मंगाया भोले के लिए
वो तो भंगिया से प्यार कर बैठे
भोला ख़ुशी में कमाल कर बैठे
मैंने गागर भराई भोले के लिए
वो तो गंगा से प्यार कर बैठे
भोला ख़ुशी में कमाल कर बैठे
वो तो गौरा से प्यार कर बैठे
सांसों की माला पे सिमरु में शिव का नाम
सांसों की माला पे
सिमरु में शिव का नाम
अब तो दुनियादारी से है
मेरा क्या काम
शिव के रंग में ऐसी डूबा
बन गया एक ही रूप
शिव की माला जपते जपते
हो गयी सुबह श्याम
सांसों की माला पे…
शिवजी मेरे दिल में बसे है
संग रहे दिन रात
अपने मन की मै जानू
सब के मन की राम
सांसो की माला पे
शिवजी मेरे अंतरयामी
शिवजी मेरे स्वामी
शिवजी के चरणों में अर्पण
ये जीवन तमाम
सांसों की माला पे…
प्रेम पियाला जबसे पिया है
जी का है ये हाल
अंगारों पे नींद आ जाए
और कांटो पे आराम
सांसो की माला पे…
सांसो की माला पे
सिमरु मै शिव का नाम
अब तो दुनियादारी से है
मेरा क्या काम
सांसों की माला पे
सिमरु मै शिव का नाम
तेरे डमरू की धुन सुनके मैं काशी नगरी आई हूं
तेरे डमरू की धुन सुनके मैं काशी नगरी आई हूं
मेरे भोले ओ बम भोले मैं काशी नगरी आई हूं
तेरे डमरू की धुन सुनके मैं काशी नगरी आई हूं
सुना है हमने ओ भोले तेरी काशी में मुक्ति है
उसी गंगा में नहाने को मैं काशी नगरी आई हूं
तेरे डमरू की धुन सुनके मैं काशी नगरी आई हूं
सुना है हमने ओ भोले तेरी काशी में गंगा है
उसी गंगा को पाने को मैं काशी नगरी आई हूं
तेरे डमरू की धुन सुनके मैं काशी नगरी आई हूं
सुना है हमने ओ भोले तेरी काशी में मन्दिर है
उसी मन्दिर में पूजा को काशी नगरी आई हूं
तेरे डमरू की धुन सुनके मैं काशी नगरी आई हूं