
Holika Dahan 2025 Muhurat Citywise: परंपरा के अनुसार, हर साल फाल्गुन पूर्णिमा पर होलिका दहन किया जाता है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी के अनुसार, हर साल होलिका दहन के समय भद्रा का संयोग जरूर बनता है और भद्रा समाप्त होने के बाद ही होलिका दहन करना चाहिए। भद्रा में होलिका दहन करना अशुभ माना जाता है। इस बार 13 मार्च, गुरुवार को भी होलिका दहन के समय भद्रा रहेगी। जानें कब करें होलिका दहन…
ज्योतिषाचार्य पं. द्विवेदी के अनुसार, 13 मार्च, गुरुवार को भद्रा सुबह 10 बजकर 36 मिनिट से शुरू होगी, जो रात 11 बजकर 27 मिनिट तक रहेगी। यानी इस दौरान होलिका दहन भूलकर भी न करें। ऐसा करना अशुभ रहेगा। भद्रा समाप्त होने के बाद होलिका दहन किया जा सकता है यानी रात 11: 27 के बाद।
विद्वानों के अनुसार, भद्रा में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से उस शुभ कार्य में विघ्न आने की संभावना रहती है और उसका पूरा फल भी नहीं मिल पाता। होलिका दहन भी एक शुभ कार्य है, इसलिए इस दौरान भद्रा का विशेष ध्यान रखा जाता है। भद्रा के समाप्त होने के बाद ही होलिका दहन करने की परंपरा है।
नई दिल्ली: रात 11:26 से 12:30 तक
गुरुग्राम: रात 11:26 से 12:31 तक
मुंबई: रात 11:26 से सुबह 12:48 तक
कोलकाता: रात 11:26 से 11:46 तक
पुणे: रात 11:26 से 12:44 तक
चेन्नई: रात 11:26 से सुबह 12:18 तक
हैदराबाद: रात 11:26 से सुबह 12:25 तक
अहमदाबाद: रात 11:26 से 12:49 तक
नोएडा: रात 11:26 से 12:29 तक
जयपुर: रात 11:26 से 12:36 तक
बेंगलुरु: रात 11:26 से 12:29 तक
चंडीगढ़: रात 11:26 से 12:32 तक
वृंदावन: रात 11:26 से 12:30 तक
मथुरा: रात 11:26 से 12:30 तक
कानपुर: रात 11:26 से 12:44 तक
पुष्कर: रात 11:26 से 12:30 तक
Disclaimer
इस आर्टिकल में जो जानकारी है, वो ज्योतिषियों द्वारा बताई गईं हैं। हम सिर्फ इस जानकारी को आप तक पहुंचाने का एक माध्यम हैं। यूजर्स इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।