Janmashtami: प्रेमानंद महाराज से जानें श्रीकृष्ण का शक्तिशाली मंत्र, हर परेशानी हो सकती है दूर

Published : Aug 02, 2025, 02:15 PM IST
Premanand Maharaj

सार

Premanand ji Maharaj Pravachan: 16 अगस्त के दिन जन्माष्टमी का त्योहार मनाया जाने वाला है। इससे पहले स्वामी प्रेमानंद महाराज ने भगवान श्री कृष्ण से जुड़ा सबसे पावरफुल मंत्र बताया है, जिसे बारे में भक्त जानना चाहते थे।

janmashtami Shri Krishna Mantra: भाद्रपद माह की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन हर साल जन्माष्टमी का त्योहार मनाया जाता है। हिंदू धर्म में इस त्योहार के काफी मायने हैं। इस दिन भगवान श्री कृष्ण के बाल स्वरूप लड्डू गोपाल की पूजा की जाती है। 12 बजे के बाद भक्त अपने व्रत खोलते हैं। साथ ही भगवान से आशीर्वाद मांगते हैं। ऐसे में भक्तों के लिए स्वामी प्रेमानंद महाराज एक खास मंत्र बताया है, जिसे वो भगवान श्री कृष्ण की पूजा में इस्तेमाल कर सकते हैं।

एक भक्त ने स्वामी प्रेमानंद महाराज से पूछा कि श्री कृष्ण का सबसे पावरफुल मंत्र कौन सा है? इसका जवाब देते हुए प्रेमानंद महाराज ने मुसकुराते हुए कहा,' भगवान के सब नाम में सब मंत्रों में समान शक्ति विराजमान है। कोई भी मंत्र हल्का नहीं होता। अनंत नाम हैं, अनंत मंत्र हैं, अनंत ग्रंथ हैं और अनंत पंथ हैं और सब समान है, क्योंकि भगवान सिर्फ भगवान है। इस तरह की भावना ना लाएं। ये सब नाम समान है। सभी में समान सामर्थ्य है। जो नाम हमें प्रिय लगे उसी को जपना चाहिए या फिर गुरुदेव जो मंत्र दे दे उसको जपना चाहिए। सारे मंत्र पावरफुल हैं। आप सिर्फ राम राम कृष्ण कृष्ण जप रहे हैं तो इससे ही पावरफुल हो जाएंगे।

कौन है स्वामी प्रेमानंद महाराज?

उत्तर प्रदेश के कानपुर में सरसौल के अखरी गांव में स्वामी प्रेमानंद महाराज का जन्म हुआ था। उनका बचपन में अनिरुद्ध कुमार पांडे नाम था। उनके पिता का नाम शंभू पांडे और माता का नाम रामा देवी बताया जाता है। 13 साल की उम्र से ही उन्होंने दीक्षा लेकर संत बनने का सफर शुरू किया था। इसके बाद उनका नाम आर्यन ब्रह्मचारी रखा गया। बहुत कम लोगों को पता है कि प्रेमानंद महाराज के दादाजी भी एक संन्यासी ही थे। गुरु संत श्रीहित गौरांगी शरण महाराज ने प्रेमानंद जी को भक्ति का पाठ पढ़ाया था। जब प्रेमानंद महाराज पहली बार मथुरा आए थे तो उन्हें लगा था कि वो इसी जगह से जुड़े हुए हैं। कई बॉलीवुड हस्तियां स्वामी प्रेमानंद महाराज से मार्गदर्शन प्राप्त करने आती हैं।

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