Buddha Purnima 2024 Date: कैसे एक क्षत्रिय राजकुमार बन गया महात्मा बुद्ध? जानें हर वो बात जो आप जानना चाहते हैं

Published : May 17, 2024, 10:53 AM IST
buddha purnima 2024

सार

Buddha Purnima 2024: हर साल वैशाख मास में महात्मा बुद्ध की जयंती मनाई जाती है। मान्यता है कि इसी महीने में भगवान बुद्ध की बुद्धत्व यानी ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। इस बार बुद्ध जयंती मई 2024 में है। 

हमारे देश भारत में अनेक महापुरुष हुए, महात्मा बुद्ध भी इनमें से एक थे। धर्म ग्रंथों में इन्हें भगवान विष्णु का अवतार कहा गया है। हर साल वैशाख मास की पूर्णिमा पर बुद्ध पूर्णिमा का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये तिथि 23 मई, गुरुवार को है यानी इसी दिन बुद्ध पूर्णिमा का पर्व मनाया जाएगा। महात्मा बुद्ध के जीवन से जुड़ी कईं ऐसी बातें हैं, जिनके बारे में कम ही लोगों को पता है। जानें महात्मा बुद्ध से जुड़ी खास बातें…

क्या था महात्मा बुद्ध के माता-पिता का नाम?
बौद्ध ग्रंथों से पता चलता है कि महात्मा बुद्ध का जन्म ईसा पूर्व की छठी शताब्दी में हुआ था। इनके पिता राजा शुद्धोधन थे और इनकी माता का नाम महामाया था। महात्मा बुद्ध के बचपन का नाम सिद्धार्थ था। माता महामाया की मृत्यु के बाद उनकी बहन गौतमी ने उनका पालन पोषण किया। इसी से उनका नाम सिद्धार्थ गौतम पड़ा।

क्या था महात्मा बुद्ध की पत्नी और पुत्र का नाम?
जब राजकुमार सिद्धार्थ गौतम 16 वर्ष के हुए तो पिता शुद्धोधन ने उनका विवाह यशोधरा नाम की राजकुमारी से करवा दिया। जल्दी ही यशोधरा ने एक सुंदर पुत्र को जन्म दिया, जिसका नाम उन्होंने राहुल रखा। विवाह के बाद काफी समय तक सिद्धार्थ गौतम अपने महल में ही रहे।

राजकुमार से कैसे बने संत?
एक दिन राजकुमार सिद्धार्थ अपने महल से बाहर घूमने निकले तो उन्हें एक रोगी, एक वृद्ध और एक मृत व्यक्ति दिखाई दिया। इसके पहले सिद्धार्थ ने ऐसे दृश्य नहीं देखे थे। इन लोगों को देखकर सिद्धार्थ के मन में वैराग्य जाग गया और वे ज्ञान की तलाश में इधर-उधर भटकने लगे।

कहां प्राप्त हुआ बुद्ध को ज्ञान?
एक रात राजकुमार सिद्धार्थ अपनी पत्नी और बच्चों को सोता हुआ छोड़कर महल से बाहर निकल आए और ज्ञान की खोज में इधर-उधर भटकने लगे। 35 साल की आयु में सिद्धार्थ गौतम को बिहार के बोधगया एक पेड़ के नीचे ज्ञान की प्राप्ति हुई। इसके बाद वे महात्मा बुद्ध कहलाने लगे। इस तरह एक राजकुमार महात्मा बुद्ध बन गया।


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