सार
Jyestha maas 2024: हिंदू पंचांग के तीसरे महीने को ज्येष्ठ कहते हैं। इस महीने का धर्म ग्रंथों में विशेष महत्व बताया गया है। इस महीने में कईं बड़े व्रत-त्योहार मनाए जाते हैं। इस मास के स्वामी स्वयं भगवान विष्णु हैं।
Jyestha maas 2024 Details: अंग्रेजी कैलेंडर की तरह हिंदू पंचांग में भी 12 महीने होते हैं। हिंदू पंचांग का तीसरा महीना ज्येष्ठ है। इस महीने का महत्व कई धर्म ग्रंथों में बताया गया है। ज्येष्ठ का अर्थ है बड़ा। ज्येष्ठ मास में भगवान विष्णु के त्रिविक्रम रूप की पूजा की जाती है। इस महीने में कईं बड़े व्रत-त्योहार मनाए जाते हैं, जिसके चलते इसका विशेष महत्व है। आगे जानिए इस बार ये महीना कब से शुरू होगा और इस महीने में कौन-कौन से त्योहार मनाए जाएंगे…
कब से शुरू होगा ज्येष्ठ मास 2024? (Jyestha maas 2024 Date)
पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि 23 मई, गुरुवार की शाम 07:22 से शुरू होगी, जो 24 मई, शुक्रवार की शाम 07:25 तक रहेगी। चूंकि ज्येष्ठ कृष्ण प्रतिपदा तिथि का सूर्योदय 24 मई, शुक्रवार को होगा, इसलिए इसी दिन से ज्येष्ठ मास का आरंभ माना जाएगा। ज्येष्ठ मास 22 जून, शनिवार तक रहेगा। इस महीने के अंतिम दिन यानी पूर्णिमा तिथि पर चंद्रमा ज्येष्ठा नक्षत्र में होता है, इसलिए इस महीने का नाम ज्येष्ठ है।
ज्येष्ठ मास के मंगलवार होते हैं खास (Bada Mangal 2024 Dates)
ज्येष्ठ मास में जितने भी मंगलवार आते हैं, उन सभी को बुढ़वा मंगल या बड़ा मंगल कहते हैं। उत्तर प्रदेश में ज्येष्ठ मास के मंगलवार को हनुमानजी की पूजा विशेष रूप से की जाती है। इसके पीछे कईं मान्यताएं भी हैं। इस बार ज्येष्ठ मास में 4 बड़ा मंगल आएंगे। जानें इनकी डेट-
पहला बड़ा मंगल- 28 मई
दूसरा बड़ा मंगल- 4 जून
तीसरा बड़ा मंगल- 11 जून
चौथा बड़ा मंगल- 18 जून
कौन-कौन से त्योहार मनाए जाएंगे ज्येष्ठ मास 2024 में? (Jyestha maas 2024 Hindu Festivals)
25 मई, शनिवार- महर्षि नारद जयंती, नवतपा आरंभ
26 मई, रविवार- गणेश चतुर्थी व्रत
2 जून, रविवार- अपरा एकादशी
4 जून, मंगलवार- प्रदोष व्रत, शिव चतुर्दशी व्रत
6 जून, गुरुवार- वट सावित्री व्रत, ज्येष्ठ अमावस्या, शनि जयंती
9 जून, रविवार- रंभा तीज व्रत
10 जून, सोमवार- विनायकी चतुर्थी व्रत
15 जून, शनिवार- महेश नवमी
16 जून, रविवार- गंगा दशहरा
17 जून, सोमवार- निर्जला एकादशी
19 जून, बुधवार- प्रदोष व्रत
20 जून, गुरुवार- बड़ा महादेव पूजन
21 जून, शुक्रवार- वट पूर्णिमा व्रत, ज्येष्ठ पूर्णिमा
22 जून, शनिवार- स्नान-दान पूर्णिमा
ये भी पढ़ें-
Mohini Ekadashi 2024: कब है मोहिनी एकादशी? जानें पूजा विधि, शुभ मुहूर्त, पारणा का समय, आरती, कथा समेत हर बात
Disclaimer : इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।