Mahashivratri 2023: उज्जैन के महाकाल में उमड़ा जनसैलाब, देखिए महाशिवरात्रि का श्रृंगार और भस्मारती का Video

Published : Feb 18, 2023, 09:41 AM ISTUpdated : Feb 18, 2023, 11:55 AM IST
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सार

Mahashivratri 2023: 18 फरवरी को पूरे देश में महाशिवरात्रि का पर्व बड़े ही धूम-धाम से मनाया जा रहा है। उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में रात से ही भक्तों की लंबी लाइनें बाबा की एक झलक पाने के लिए लगी हुई हैं। बाबा का आकर्षक श्रृंगार भी किया गया है। 

उज्जैन. महाशिवरात्रि पर वैसे तो देश के सभी शिव मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ती है, लेकिन इन सभी में 12 ज्योतिर्लिंगों का अपना विशेष महत्व है। उज्जैन के महाकाल मंदिर (Mahashivratri 2023) भी इन 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। महाशिवरात्रि के मौके पर यहां भक्तों की आस्था देखते ही बन रही है। लाखों भक्त रात से ही भगवान महाकाल की एक झलक पाने के लिए कतारों में खड़े हैं। महाशिवरात्रि की सुबह 9 बजे तक लगभग 3 लाख भक्तों को दर्शन कराने का दावा स्थानीय प्रशासन कर रहा है। महाशिवरात्रि के मौके पर भगवान का आकर्षक श्रृंगार भी किया गया।

महाशिवरात्रि पर भगवान महाकाल की भस्मारती की गई। 

एक घंटे जल्दी खोले गए महाकाल मंदिर के पट
आमतौर पर महाकाल मंदिर के पट 4 बजे खोले जाते हैं। इसके बाद साफ-सफाई और बाद में भस्मारती की जाती है, लेकिन महाशिवरात्रि पर महाकाल मंदिर के पट एक घंटे पहले यानी सुबह 3 बजे खोल दिए गए थे। इसके बाद पुजारियों ने भगवान की विशेष पूजा की और भस्मारती के बाद भगवान का आकर्षक श्रंगार भी किया गया। इस दौरान भक्त भी दर्शन करते रहे। प्रशासन का दावा है किसी भी भक्त को 1 घंटे के अंदर दर्शन करवा दिए जाएंगे।

लगातार 44 घंटे तक दर्शन देंगे महाकाल
आमतौर पर महाकाल मंदिर के पट शयन आरती के बाद बंद कर दिए जाते हैं, लेकिन महाशिवरात्रि पर ऐसा नहीं होगा। महाशिवरात्रि पर भगवान महाकाल लगातार 44 घंटे तक भक्तों को दर्शन देंगे। महाशिवरात्रि के अगले दिन यानी 19 फरवरी, रविवार को सुबह 11 बजे महाकाल का सेहरा उतारा जाएगा। इसके बाद दोपहर 12 बजे भस्म आरती होगी, जो साल में एक बार ही दिन में आयोजित की जाती है।

 

उज्जैन में बनेगा विश्व रिकार्ड
महाशिवरात्रि के मौके पर उज्जैन में विश्व रिकार्ड बनाया जाएगा। इस दिन शिप्रा नदी के तट पर शिव ज्योति अर्पणम कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है, जिसमें 21 लाख दीपक एक साथ जलाएं जाएंगे। ये एक विश्व रिकार्ड होगा। अभी तक ये रिकार्ड अयोध्या के नाम है, जहां दीपावली पर 15.76 लाख दीपक जलाए गए थे। शिव ज्योति अर्पणम कार्यक्रम में दीपक जलाने के दौरान 52 हजार लीटर तेल, रुई की 25 लाख बाती, 600 किलो कपूर और चार हजार माचिस मंगाई गई हैं।




महाशिवरात्रि पर भगवान महाकाल की आरती करते पुजारी



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