Mrityu Panchak May 2023: मई 2023 में कब से कब तक रहेगा मृत्यु पंचक? जानिए इससे जुड़ी खास बातें

Mrityu Panchak May 2023: हिंदू धर्म में शुभ और अशुभ समय को लेकर कई मान्यताएं हैं। पंचक भी अशुभ समय है। हर महीने 5 दिनों तक पंचक रहता है। इससे जुड़ी कई परंपराएं और मान्यताएं भी हैं।

 

Manish Meharele | Published : May 12, 2023 5:12 AM IST

उज्जैन. ज्योतिष को हिंदू धर्म की आंखें कहा गया है। ज्योतिष शास्त्र में कई तरह की मान्यताएं हैं, पंचक भी इनमें से एक है। हर महीने 5 दिनों तक रहने वाला ये समय बहुत ही अशुभ माना गया है। (Mrityu Panchak May 2023) पंचक 5 नक्षत्रों का एक समूह है जिसमें कुछ खास काम करने की मनाही है। अलग-अलग वार से शुरू होने के कारण इनके नाम भी अलग-अलग ही हैं। आगे जानिए मई 2023 में पंचक कब से कब तक रहेगा व अन्य खास बातें…

इस बार लगेगा मृत्यु पंचक, जानें समय
हिंदू पंचांग के अनुसार, इस बार पंचक का आरंभ 13 मई, शनिवार की रात 12.18 से शुरू होगा जो 17 मई, बुधवार की सुबह 07.39 तक रहेगा। चूंकि पंचक का आरंभ शनिवार से होगा, इसलिए ये मृत्यु पंचक कहलाएगा। इस पंचक को बहुत ही अशुभ माना गया है। इस दौरान यदि कुछ ऐसे काम किए जाएं जिसकी मनाही है तो भविष्य में मृत्यु के समान कष्ट का अनुभव होता है, इसलिए इस पंचक का नाम मृत्यु पंचक रखा गया है।

पंचक में कौन-कौन से काम न करें?
ज्योतिषियों के अनुसार, पंचक के दौरान नए मकान की छत डलवाना, चारपाई बनवाना दक्षिण दिशा में यात्रा करना, ज्वलनशील पदार्थ इकट्ठा करने की मनाही है। इस दौरान यदि किसी की मृत्यु हो जाए तो पहले योग्य विद्वान की सलाह लेकर ही उसका अंतिम संस्कार करना चाहिए।

5 नक्षत्रों का समूह है पंचक
पंचक 5 नक्षत्रों का समूह है जो एक के बाद एक लगातार आते हैं। इनके नाम हैं धनिष्ठा, शतभिषा, उत्तराभाद्रपद, रेवती और पूर्वा भाद्रपद। ऐसा नहीं है कि इन नक्षत्रों में कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जा सकता है। ऊपर बताए गए कामों की छोड़कर कई शुभ कार्य इन नक्षत्रों में किए जा सकते हैं। आगे जानिए कौन-से हैं वो काम…
- घनिष्ठा और शतभिषा नक्षत्र में वाहन और मशीनरी संबंधित काम शुरू कर सकते हैं।
- उत्तराभाद्रपद नक्षत्र में बीज बोना, गृह प्रवेश और जमीन से जुड़े स्थिर कार्य किए जा सकते हैं।
- रेवती नक्षत्र में व्यापार से संबंधित सौदे करना और गहने खरीदना शुभ माना गया है।
- धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वा भाद्रपद व रेवती नक्षत्र व्यापार, मुंडन आदि शुभ कार्यों में श्रेष्ठ माने गए हैं।


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Disclaimer : इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें। आर्टिकल पर भरोसा करके अगर आप कुछ उपाय या अन्य कोई कार्य करना चाहते हैं तो इसके लिए आप स्वतः जिम्मेदार होंगे। हम इसके लिए उत्तरदायी नहीं होंगे।

 

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