
Nag Panchami Par Kalsarp Dosh Ke Upay: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जिस व्यक्ति की जन्म कुंडली में कालसर्प दोष होता है, उसे अपने जीवन में अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे लोग कितनी भी मेहनत कर लें लेकिन उन्हें इसका सकारात्मक फल नहीं मिलता। ऐसी स्थिति से बचने के लिए ज्योतिष शास्त्र में कुछ अचूक उपाय बताए गए हैं। ये उपाय अगर नाग पंचमी पर किए जाएं तो कालसर्प दोष के अशुभ प्रभाव को काफी हद तक कम किया जा सकता है। इस बार नाग पंचमी पर्व 29 जुलाई, मंगलवार को मनाया जाएगा। जानें इस दिन कालसर्प दोष के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए कौन-से उपाय करें…
उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. नलिन शर्मा के अनुसार, जब किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली में राहु और केतु के बीच सभी ग्रह आ जाते हैं तो कालसर्प दोष का निर्माण होता है। ज्योतिष शास्त्र में कुल 12 प्रकार के कालसर्प दोष बताए गए हैं। इन सभी का नाम और प्रभाव अलग-अलग होता है।
1. नाग पंचमी पर नागदेवता की पूजा करें। दूध से अभिषेक करें। सफेद फूल चढ़ाएं और खीर का भोग लगाएं।
2. नाग पंचमी पर अगर कोई सपेरा दिखाई दे तो उससे किसी भी तरह वो सर्प ले लें और उसे जंगल में छोड़ दें।
3. चांदी या तांबे से बने नाग-नागिन की प्रतिमा की पूजा कर इन्हें नदी या किसी तालाब में प्रवाहित कर दें।
4. नाग पंचमी पर जरूरतमंदों को दूध, चावल, शक्कर, सफेद वस्त्र आदि का दान करें।
5. नाग पंचमी पर किसी शिवलिंग पर तांबे से बनी नागदेवता की प्रतिमा स्थापित करें। इससे आपकी परेशानी दूर हो सकती है।
6. नाग पंचमी के मौके पर नवनाग स्त्रोत का पाठ करें। यदि स्वयं न कर पाएं तो किसी विद्वान ब्राह्मण से करवाएं।
7. राहु-केतु के मंत्रों का जाप विधि-विधान से करें क्योंकि इनके द्वारा ही कुंडली में कालसर्प दोष का निर्माण होता है।
8. नागपंचमी पर विधि-विधान से भगवान शिव की पूजा करें और उनसे कालसर्प दोष का प्रभाव कम करने का आग्रह करें।
9. महामृत्युंजय मंत्र के जाप से भी कालसर्प दोष का अशुभ प्रभाव कम हो सकता है।
10. नागपंचमी पर किसी मंदिर या अपने घर में ही रुद्राभिषेक करें। इससे भी आपकी परेशानियों में कमी आ सकती है।
Disclaimer
इस आर्टिकल में जो जानकारी है, वो धर्म ग्रंथों, विद्वानों और ज्योतिषियों से ली गईं हैं। हम सिर्फ इस जानकारी को आप तक पहुंचाने का एक माध्यम हैं। यूजर्स इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।