अबू धाबी के BAPS मंदिर में 7 गर्भगृह, जानें यहां किन देवी-देवताओं की होगी पूजा?

Published : Feb 14, 2024, 10:19 AM IST
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सार

BAPS Temple Inauguration In Abu Dhabi: UAE के अबू धाबी में आज 14 फरवरी को पहले हिंदू मंदिर का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। इस मंदिर को BAPS यानी बोचासनवासी श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था ने बनवाया है। 

Prime Minister Narendra Modi in Abu Dhabi: UAE के अबू धाबी में पहला मंदिर बनकर तैयार है। आज 14 फरवरी को इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। इस मंदिर का निर्माण BAPS यानी बोचासनवासी श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था ने करवाया है। मंदिर उद्घाटन कार्यक्रम में BAPS के प्रमुख स्वामी महाराज और UAE सरकार के बड़े अधिकारी भी शामिल होंगे। इस मंदिर में 7 गर्भगृह बनाए गए हैं। जानें इन गर्भगृह में किन देवी-देवताओं की प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं…

मुख्य गर्भगृह में स्थापित हैं ये प्रतिमाएं
अबू धाबी के BAPS मंदिर के मुख्य गर्भगृह में स्वामी नारायण स्वामी और गुणातितानंद स्वामी की प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं। ये प्रतिमाएं जयपुर में तैयार की गई हैं। इन प्रतिमाओं के लिए विशेष पोशाकें भी बनवाई गई हैं। प्रतिमाओं में हीरे आदि रत्न भी जड़े गए हैं।

आंध्र प्रदेश से आई हैं ये प्रतिमाएं
मंदिर के दूसरे गर्भगृह में भगवान तिरुपति बालाजी और मां पद्मा की प्रतिमा स्थापित की गई है। खास बात ये है कि ये प्रतिमाएं आंध्र प्रदेश से बनकर आई हैं, ये रामानुजाचार्य संप्रद्राय द्वारा यहां भेजी गई हैं।

केरल से भी आई हैं मूर्ति
मंदिर के तीसरे गर्भगृह में भगवान अयप्पा की प्रतिमा स्थापित की गई है, जो केरल से बनकर आई है। भगवान अयप्पा को शिव और विष्णु का पुत्र माना जाता है। जब भगवान विष्णु ने मोहिनी अवतार लिया तो शिवजी उन पर मोहित हो गए, जिससे उनका वीर्यपात हो गया। इसी से अयप्पा स्वामी का जन्म हुआ।

ये प्रतिमाएं भी है बहुत खास
अबू धाबी के मंदिर के तीसरे चौथे गर्भगृह में भगवान जगन्नाथ, बलदेव और सुभद्रा की प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं। खास बात ये है कि ये प्रतिमाएं नीम की लकड़ी से बनी हं, जिन्हें ओडिसा के के पुरी में वहां के पुजारियों की देख-रेख में बनाया गया है।

शेष गर्भगृह में स्थापित होंगी ये प्रतिमाएं
मंदिर के पांचवें, छठे और सातवें गर्भगृह में क्रमश: राम, सीता, लक्ष्मण व हनुमान और भगवान राधा-कृष्ण तथा शिव, पार्वती, कार्तिकेय और गणेशजी की प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं। ये सभी प्रतिमाएं भी जयपुर से बनकर यहां आई हैं। प्रतिमाओं के लिए विशेष पोशाकें भी तैयार करवाई गई हैं।


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