
Raksha bandhan Ki Thali: इस बार रक्षा बंधन 9 अगस्त, शनिवार को मनाया जाएगा। ये त्योहार भाई-बहन के पवित्र प्रेम का प्रतीक है। हर बहन को इस दिन का बहुत ही बेसब्री से इंतजार रहता है। भाई को राखी बांधने के लिए बहनें खास थाली तैयार करती हैं और इसमें कुछ खास चीजें रखती हैं ताकि इस थाली की शुभता और बढ़ जाए। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. नलिन शर्मा से जानें रक्षा बंधन की थाली में कौन-सी चीजें बहनों को जरूर रखना चाहिए और किन चीजों को रखने से बचना चाहिए।
भाई को राखी बांधने से पहले बहनें अपने भाई के मस्तक पर कुमकुम से तिलक जरूर लगाती हैं। इसलिए रक्षा बंधन की थाली में इसका होना जरूरी है। हिंदू धर्म में कुमकुम को सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है। कुमकुम का रंग लाल होने से मंगल ग्रह से संबंधित शुभ फल भी देता है।
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भाई को तिलक लगाने के बाद उस पर चावल भी लगाएं जाते हैं। चावल का एक नाम अक्षत भी है, जिसका शाब्दित अर्थ है संपूर्ण। रक्षा बंधन की थाली में इसका होना भी जरूरी है। चावल शुक्र ग्रह का अन्न है। ये ग्रह हमारे जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली लाता है।
रक्षा बंधन की थाली में नारियल जिसे हम श्रीफल भी कहते हैं, भी जरूर होना चाहिए। श्रीफल यानी देवी लक्ष्मी का फल। जब बहन अपने भाई को नारियल देती है तो इसका अर्थ ये है कि वह देवी लक्ष्मी से अपने भाई की सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना कर रही है।
रक्षा बंधन की थाली की सबसे मुख्य चीज है रक्षा सूत्र यानी राखी। रक्षा सूत्र हमेशा शुभ रंगों वाला होना चाहिए। संभव हो तो राशि अनुसार रंग का रक्षा सूत्र भाई की कलाई पर बांधें, जिससे उसे ग्रहों से संबंधित शुभ फल भी मिल सके और उसके जीवन में खुशहाली बनी रहे।
भाई को राखी बांधने के बाद उसका मुंह मीठा कराने की परंपरा है। इसलिए रक्षा बंधन की थाली में मिठाई भी जरूर रखें। बहन अपने भाई को मिठाई खिलाकर अपनेपन का अहसास दिलाती है। मिठाई अगर भाई की पसंद की हो तो और भी अच्छा रहता है।
जब भाई-भाभी और भतीजे-भतीजियों को राखी बांध दी जाती है तो इसके बाद सभी को साथ में बैठाकर आरती उतारी जाती है, जिससे कि उन्हें किसी की नजर न लगें। आरती उतारने के लिए थाली में दीपक भी जरूर रखें। इस दीपक में तेल के स्थान पर शुद्ध घी का उपयोग करें।
हिंदू परंपरा के अनुसार दीपक से आरती करने के बाद पानी के कलश से थोड़ा जल भाई को दोनों ओर गिराया जाता है, तभी आरती पूरी होती है। इसके लिए पानी से भरा कलश भी थाली में रखें। ऐसी भी मान्यता है कि पानी के कलश में सभी देवताओं का वास होता है।
रक्षा बंधन की थाली शुभता नष्ट न हो इसके लिए कुछ बातों का विशेष ध्यान रखें जैसे रक्षा सूत्र काले रंग का न हो और न इसमें कोई अशुभ चिह्न हो। चावल साबूत होने चाहिए, टूटे हुए नहीं। पानी का कलश भी साफ होना चाहिए, गंदा नहीं। भाई को देने वाला नारियल पानी वाला होना चाहिए। इन बातों का ध्यान बहनों को जरूर रखना चाहिए।
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इस आर्टिकल में जो जानकारी है, वो धर्म ग्रंथों, विद्वानों और ज्योतिषियों से ली गईं हैं। हम सिर्फ इस जानकारी को आप तक पहुंचाने का एक माध्यम हैं। यूजर्स इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।