Raksha Bandhan: क्या भद्रा में राखी बांधने से हुआ था रावण का सर्वनाश? जानें रोचक कथा

Published : Aug 08, 2025, 05:10 PM IST
raksha bandhan 2025

सार

Raksha Bandhan: रक्षा बंधन से जुड़ी अनेक कथाएं प्रचलित है। उनमें से एक कथा ये भी है कि रावण को उसकी बहन शूर्पणखा ने भद्रा में राखी बांधी थी, जिसके चलते उसका सर्वनाश हो गया। जानें इस कथा से जुड़ी और भी रोचक बातें।

Raksha Bandhan 2025 Bhadra Timing: रक्षा बंधन हिंदुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक है। ये पर्व भाई-बहन के पवित्र प्रेम का प्रतीक है, इसलिए इस दिन का इंतजार हर भाई-बहन को होता है। रक्षा बंधन से जुड़ी कईं मान्यताएं और परंपराएं हैं जो इसे और भी खास बनाती हैं। रक्षा बंधन पर भद्रा के दौरान भाई को रक्षा सूत्र नहीं बांधा जाता। मान्यता है कि ऐसा करने से उसके साथ कुछ अनिष्ट होने की संभावना आशंका रहती है। भद्रा क्या है, इस बार कब से कब तक रहेगी? आगे जानिए आपके मन से आ रहे हर सवाल का जवाब…

क्या भद्रा के कारण हुआ रावण का अंत?

प्रचलित कथा के अनुसार, एक बार शूर्पणखा रक्षा बंधन पर अपने भाई रावण की रक्षा सूत्र बांधने लंका गई। रावण ने अपनी बहन को खूब आदर-सत्कार किया। शूर्पणखा जब अपने भाई रावण को राखी बांध रही थी, उस समय भद्रा काल चल रहा था। विद्वानों ने रावण को इस दौरान अपनी बहन से रक्षा सूत्र बंधवाने के लिए मना किया और वह नहीं माना। भद्रा काल में ही शूर्पणखा ने अपने भाई रावण को रक्षा सूत्र बांधा, जिसके चलते निकट भविष्य में परिवार सहित उसका अंत हो गया।

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क्या है भद्रा, क्यों इसे मानते हैं अशुभ?

धर्म ग्रंथों के अनुसार, भद्रा सूर्यदेव की पुत्री और शनि की बहन हैं। इनका रूप बहुत ही विकराल है। जन्म लेते ही ये संसार को खाने को दौड़ीं तो इन्हें देखकर सभी भयभीत हो गए। तब स्वयं ब्रह्मदेव इनके पास गए और इन्हें शांत किया। ब्रह्मदेव ने ही इन्हें करण (तिथि के आधे भाग) में स्थान दिया। भद्रा तीनों लोकों में समय-समय पर रहती है। जब भद्रा पृथ्वी पर होती है तो कोई भी शुभ कार्य करने से बचा जाता है। भद्रा का संयोग पूर्णिमा तिथि पर ही बनता है इसलिए हर साल रक्षा बंधन पर भद्रा के दौरान राखी नहीं बांधी जाती।

2025 में भद्रा कब से कब तक रहेगी?

उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी के अनुसार इस बार भद्रा का समय 8 अगस्त, शुक्रवार की दोपहर 2 बजकर 12 मिनट से शुरू होगा, जो रात को 1 बजकर 52 पर खत्म हो जाएगा। यानी 9 अगस्त, शनिवार को रक्षा बंधन के दिन भद्रा नहीं रहेगी, जिसके चलते इस दिन बिना भद्रा के भय से शुभ मुहूर्त में बहनें अपने भाई को राखी बांध सकेंगी।


Disclaimer
इस आर्टिकल में जो जानकारी है, वो धर्म ग्रंथों, विद्वानों और ज्योतिषियों से ली गईं हैं। हम सिर्फ इस जानकारी को आप तक पहुंचाने का एक माध्यम हैं। यूजर्स इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।

 

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