
Raksha Bandhan 2025: श्रावण मास की पूर्णिमा का महत्व अनेक धर्म ग्रंथों में बताया गया है। इस दिन रक्षा बंधन का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 9 अगस्त, शनिवार को मनाया जाएगा। इस दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधकर उसकी सुख-समृद्धि की कामना करती हैं और भाई अपनी बहनों को रक्षा का वचन देते हैं। राखी बांधते समय बहन अपने भाई को कईं चीजें देती हैं, नारियल भी इनमें से एक है। बहन द्वारा रक्षा बंधन पर भाई को नारियल देने के पीछे एक खास वजह है। आगे जानिए इस परंपरा का कारण…
हिंदू धर्म में नारियल का विशेष महत्व बताया गया है। नारियल को श्रीफल भी कहते है जिसका अर्थ है देवी लक्ष्मी का फल। जब बहन राखी बांधते समय भाई को नारियल देती है तो इसका मनोवैज्ञानिक अर्थ है कि भाई के जीवन में देवी लक्ष्मी की कृपा सदैव बनी रहे और उसे कभी धन की कमी न हो। यही कामना हर बहन के मन में इस समय होती है। नारियल सबसे शुद्ध भी होता है हर शुभ कार्य और पूजा-पाठ में इसका उपयोग जरूर किया जाता है।
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नारियल का संबंध सिर्फ देवी लक्ष्मी से ही नहीं बल्कि भगवान श्रीगणेश से भी है क्योंकि नारियल के अंदर पानी भरा होता है और जल तत्व के देवता हैं श्रीगणेश। बुद्धि और सुख-समृद्धि भगवान श्रीगणेश की कृपा से ही हमें प्राप्त होती है। बहन जब भाई को नारियल देती है तो इससे श्रीगणेश की कृपा भी भाई को मिलती रहे, उसके मन में ये भाव होता है।
धर्म ग्रंथों के अनुसार, नारियल की उत्पत्ति को लेकर कईं कथाएं प्रचलित हैं। उसके अनुसार, जब असुरों और देवताओं ने मिलकर समुद्र मंथन किया तो इसमें से अनेक रत्न निकले, साथ ही वनस्पति भी प्रकट हुई। नारियल का वृक्ष भी इसी दौरान समुद्र में से निकला। यही वजह से ही नारियल को इतना शुभ और पवित्र माना जाता है। हर शुभ कार्य और पूजा-पाठ में इसका उपयोग बहुत जरूरी माना गया है।
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इस आर्टिकल में जो जानकारी है, वो धर्म ग्रंथों, विद्वानों और ज्योतिषियों से ली गईं हैं। हम सिर्फ इस जानकारी को आप तक पहुंचाने का एक माध्यम हैं। यूजर्स इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।