
Sarva Pitru Amavasya 2025: सर्व पितृ अमावस्या पितृ पक्ष का अंतिम दिन है जिसे सर्व पितृ अमावस्या भी कहते हैं। सर्व पितृ अमावस्या को महालय और सर्व मोक्ष अमावस्या भी कहते हैं। पितरों का आशीर्वाद पाने के लिए यह पितृ पक्ष का अंतिम दिन है। इस दिन किया जाने वाला श्राद्ध कर्म और तर्पण सभी पितरों के नाम पर किया जाता है। इस दिन पितरों को विदाई दी जाती है। आइए जानते हैं सर्व पितृ अमावस्या कब है, तिथि और महत्व जानें।
सर्व पितृ अमावस्या के दिन उन सभी पितरों का श्राद्ध किया जाता है जिनका श्राद्ध आप करना भूल गए हों या जिनकी श्राद्ध की पुण्यतिथि याद न हो। उस दिन सभी पितरों का नाम लेकर श्राद्ध करना चाहिए।
अमावस्या तिथि 20 तारीख को दोपहर 12:17 बजे शुरू होगी और अमावस्या तिथि 21 तारीख को दोपहर 1:24 बजे समाप्त होगी। ऐसे में उदय तिथि के अनुसार सर्वपितृ अमावस्या 21 तारीख को मनाई जाएगी। इस बार सर्वपितृ अमावस्या पर शुभ योग और सर्वार्थ सिद्धि योग भी रहेगा।
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