
Famous Shiva Temples of Foreign Countries: सावन मास के शुरू होते ही भगवान शिव के मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि भारत ही नहीं बल्कि विदेश में भी भगवान शिव के अनेक प्रसिद्ध मंदिर हैं। इनमें से कुछ मंदिर तो इस्लामिक देशों में में है। जिस तरह हमारे देश में सावन में शिव मंदिर में भक्तों का तांता लगता है, कुछ ऐसा ही नजारा विदेश के इन मंदिरों में भी दिखाई देता है। सावन मास के अवसर पर जानिए विदेश के कुछ ऐसे ही प्रसिद्ध मंदिरों के बारे में…
भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका में भी एक प्रसिद्ध शिव मंदिर है, जिसे मुन्नेश्वरम महादेव मंदिर कहा जाता है। मुन्नेश्वर गांव में स्थित होने के कारण ही इस मंदिर का ये नाम पड़ा है। कहते हैं कि त्रेता युग में रावण का वध करने के बाद भगवान श्रीराम ने इसी स्थान पर शिवजी की पूजा की थी। ये मंदिर दक्षिण भारतीय द्रविड़ शैली में बना हुआ है। दूर-दूर से भक्त यहां दर्शन करने आते हैं।
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विभाजन से पहले पाकिस्तान भी भारत का ही अंग था। यहां भी अनेक प्राचीन शिव मंदिर देखने को मिलते हैं पर इनमें से सबसे प्रमुख है कटासराज मंदिर। ये पंजाब के चकवाल जिले में है। मान्यता है कि ये मंदिर पांडवकालीन है यानी लगभग 5 हजार साल पुराना। इस मंदिर का पुनर्निर्माण छठी शताब्दी मध्य करवाया गया था। यहां पास ही एक झील है, जिसके बारे में कहा जाता है कि ये शिवजी के आंसुओं से बनी है।
नेपाल भी कभी भारत का ही अंग हुआ करता था। यहां सबसे ज्यादा हिंदू रहते हैं। नेपाल में बागमती नदी के तट पर काठमांडू नाम का शहर है, यहीं पर स्थापित है पशुपतिनाथ मंदिर। ये भी यूनेस्को की विश्व हेरिटेज में शामिल है। वर्तमान में जो मंदिर यहां दिखाई देता है, उसका निर्माण 11वीं सदी में किया गया है। नेपाल के पशुपतिनाथ और भारत के केदारनाथ मंदिर का खास संबंध बताया जाता है।
इंडोनेशिया दुनिया का सबसे बड़ा मुस्लिम देश है, लेकिन यहां की संकृति पर आज भी हिंदु धर्म की झलक देखने को मिलती है। यहां जावा नाम के एक द्वीप पर भगवान शिव का प्राचीन मंदिर स्थित है। इसे प्रम्बानन शिव मंदिर के नाम से जाना जाता है। इतिहासकारों के अनुसार ये मंदिर 10वीं शताब्दी में बनाया गया था। यूनेस्को ने इसे वर्ल्ड हेरिटेज के रूप में संरक्षित किया है।
मलेशिया की राजधानी क्वालालमपूर में भगवान शिव का एक प्रसिद्ध मंदिर है, जिसे रामलिंगेश्वर, अरुलमिगु श्री रामलिंगेश्वर और शिवन मंदिर बंगसर के नाम से भी जाना जाता है। इसका निर्माण 1896 में हुआ बताया जाता है। 2012 से एक ट्रस्ट द्वारा मंदिर की देखभाल की जा रही है। ये मलेशिया में हिंदुओं का सबसे बड़ा मंदिर हैं, जहां रोज हजार भक्त आते हैं।
मॉरीशस गोयावे दे चाइन द्वीप पर एक प्रसिद्ध शिव मंदिर है। इसे सागर शिव मंदिर कहा जाता है। यहां का मुख्य आकर्षण भगवान शिव की 108 फीट ऊँची कांसे से बनी प्रतिमा है, जिसे मंगल महादेव के नाम से जाना जाता है। 1970 में इस मंदिर को बनाने का काम शुरू हुआ था, 37 साल बाद यानी 2007 में इसका निर्माण पूरा हुआ।
आपको जाकर आश्चर्य होगा कि भारत के पड़ोसी देशों के अलावा न्यूजीलैंड में भी भगवान शिव का एक विशाल मंदिर है, इसे ऑकलैंड शिव मंदिर कहा जाता है क्योंकि ऑकलैंड शहर में स्थित है। ये मंदिर ज्यादा पुराना नहीं है। 1998 में इस मंदिर की आधारशिला रखी गई थी और 2004 में इसका निर्माण पूरा हुआ।
नीदरलैंड की राजधानी एम्स्टर्डम में एक प्रसिद्ध शिव मंदिर है, जिसे शिवा हिन्दू मंदिर कहा जाता है। इस मंदिर का निर्माण साल 2011 में किया गया है। लगभग 4 हजार वर्ग फीट में फैला ये मंदिर काफी विशाल है। मंदिर में भगवान शिव के साथ श्रीगणेश और देवी की प्रतिमाएं भी स्थापित हैं। ये मंदिर रोज सुबह 7:00 बजे से रात 8:30 बजे तक खुला रहता है।