
Rules for Giving Wedding Invitation Cards in Hindi: देव उठनी एकादशी के बाद नवंबर में शादी और शुभ लग्न शुरू हो जाएंगे। शादी किसी के भी जीवन का एक यादगार पल होता है। वे इसके लिए ढेरों तैयारियां करते हैं, यहां तक कि खूबसूरत डिज़ाइन वाले निमंत्रण कार्ड भी छपवाते हैं। वे एक सुचारु शादी की कामना करते हैं। लेकिन यह हमेशा हर किसी के लिए संभव नहीं होता। कभी-कभी ऐसी घटनाएं घट जाती हैं कि व्यक्ति शादी के विचार से ही घृणा करने लगता है। अगर आपके परिवार में किसी की शादी होने वाली है, तो आपको शादी को सुचारु रूप से संपन्न कराने के लिए कुछ कदम उठाने चाहिए। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी जी के अनुसार, शादी तय होने के बाद छपे हुए निमंत्रण कार्ड सबसे पहले पांच खास लोगों को देने चाहिए। इसके बाद, कार्ड रिश्तेदारों में बांटने चाहिए।
ज्योतिष के अनुसार, शादी का निमंत्रण कार्ड सबसे पहले भगवान गणेश को अर्पित करना चाहिए, जिन्हें प्रथम पूज्य माना जाता है। उनसे विवाह में आने वाली किसी भी बाधा की रक्षा के लिए प्रार्थना भी करनी चाहिए।
विद्वानों के अनुसार, दूसरा विवाह निमंत्रण ब्रह्माण्ड के अधिपति भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी को देना चाहिए। ऐसा कहा जाता है कि भगवान विष्णु की अनुमति के बिना कोई भी शुभ कार्य सफल नहीं हो सकता।
तीसरा विवाह निमंत्रण भगवान हनुमान को देना चाहिए। ऐसा करने से वे विवाह समारोह पर किसी भी नकारात्मक प्रभाव को पड़ने से रोकते हैं।
इसके बाद, चौथा विवाह निमंत्रण कुलदेवी और कुलदेवी को देना चाहिए। निमंत्रण के साथ, उनसे विवाह समारोह पर उनके आशीर्वाद के लिए प्रार्थना की जाती है।
ये भी पढे़ं- इस देश की दुल्हनें शादी के दिन सिर क्यों मुंडवाती हैं? जानिए लाहू जनजाति की अनोखी परंपरा
पाचवां विवाह निमंत्रण अपने पूर्वजों को देना चाहिए। इसके लिए, निमंत्रण पत्र को पीपल के पेड़ के नीचे रखना चाहिए और फिर नवविवाहितों को आशीर्वाद देने के लिए प्रार्थना करनी चाहिए।
छठा विवाह निमंत्रण पत्र मामा को दिया जाता है। जब कोई बहन अपने भाई के घर भोज के लिए जाती है, तो उसे अपने बच्चे की शादी का निमंत्रण पत्र उसे देना चाहिए।
ये भी पढ़ें- Dev Diwali 2025: देव दिवाली पर कैसे करें दीपदान, कौन-सा मंत्र बोलें? जानें मुहूर्त भी
Disclaimer: इस आर्टिकल में जो जानकारी है, वो धर्म ग्रंथों, विद्वानों और ज्योतिषियों से ली गईं हैं। हम सिर्फ इस जानकारी को आप तक पहुंचाने का एक माध्यम हैं। यूजर्स इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।