श्राद्ध पक्ष 2024:नोट करें कुंवारा पंचमी, मातृ नवमी और पितृमोक्ष अमावस्या की डेट

Shradh Paksha 2024: हर साल आश्विन मास में 16 दिनों का श्राद्ध पक्ष मनाया जाता है। इन 16 दिनों में कुछ तिथियां बहुत खास होती हैं जैसे कुंवारा पंचमी, मातृ नवमी और सर्वपितृ मोक्ष अमावस्या आदि। जानें इस बार कब हैं श्राद्ध की ये तिथियां?

 

Manish Meharele | Published : Sep 10, 2024 11:00 AM IST / Updated: Sep 18 2024, 08:29 AM IST

Shradh Paksha 2024 Dates: धर्म ग्रंथों के अनुसार भाद्रपद मास की पूर्णिमा तिथि से श्राद्ध पक्ष की शुरूआत होती है, जो आश्विन मास की अमावस्या तक रहता है। इन 16 दिनों में पितरों की शांति के लिए श्राद्ध, तर्पण, पिंडदान आदि काम किए जाते हैं। इन 16 दिनों में कुछ तिथियां बहुत खास होती हैं जैसे कुंवारा पंचमी, मातृ नवमी और सर्वपितृ मोक्ष अमावस्या आदि। आगे जानिए श्राद्ध पक्ष 2024 में कब-कब हैं ये ये तिथियां…

कब से शुरू होगा श्राद्ध पक्ष 2024?
उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. नलिन शर्मा के अनुसार, इस बार श्राद्ध पक्ष 18 सितंबर, बुधवार से शुरू होगा, इस दिन भाद्रपद मास की पूर्णिमा और प्रतिपदा तिथि का श्राद्ध किया जाएगा। यानी एक ही दिन 2 तिथियों का श्राद्ध इस दिन किया जा सकेगा। एक तिथि कम होने से इस बार श्राद्ध पक्ष 16 नहीं 15 दिनों का रहेगा।

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कब है कुंवारा पंचमी श्राद्ध 2024?
श्राद्ध पक्ष की पंचमी तिथि पर उन मृत परिजनों का श्राद्ध किया जाता है, जिनकी मृत्यु अविवाहित स्थिति में हुई यानी जिनका विवाह नहीं हुआ था। इसीलिए इसे कुंवारा पंचमी कहते हैं। इस बार कुंवारा पंचमी का श्राद्ध 22 सितंबर, रविवार को किया जाएगा।

कब है मातृ नवमी श्राद्ध 2024?
श्राद्ध पक्ष की नवमी तिथि को मातृ नवमी कहते हैं। इस दिन उन महिलाओं का श्राद्ध विशेष रूप से किया जाता है, जिनकी मृत्यु सुहागिन स्थिति में हुई हो। इसलिए इसका एक नाम अविधवा श्राद्ध भी है। इस बार मातृ नवमी का श्राद्ध 26 सितंबर, गुरुवार को किया जाएगा।

कब करें संन्यासी श्राद्ध 2024?
श्राद्ध पक्ष की द्वादशी तिथि को संन्यासी श्राद्ध किया जाता है। इस दिन परिवार के उन मृत लोगों का श्राद्ध करने की परंपरा है, जिन्होंने कभी संन्यास लिया हो। इस बार संन्यासी श्राद्ध 29 सितंबर, रविवार को किया जाएगा।

कब करें शास्त्राघात मृतका श्राद्ध 2024?
श्राद्ध पक्ष की चतुर्दशी तिथि को शास्त्राघात मृतका श्राद्ध किया जाता है। इस दिन इन मृत परिजनों का श्राद्ध करना चाहिए, जिनकी मृत्यु किसी अस्त्र-शस्त्र या घटना दुर्घटना में हुई हो। इसलिए इसका नाम शास्त्राघात मृतका श्राद्ध है। इस बार ये तिथि 1 अक्टूबर, मंगलवार को है।

कब करें सर्वपितृ मोक्ष अमावस्या श्राद्ध 2024?
श्राद्ध पक्ष के अंतिम दिन को सर्वपितृ मोक्ष अमावस्या कहते हैं। ये श्राद्ध पक्ष की सबसे प्रमुख तिथि होती है। इस दिन सभी ज्ञात-अज्ञात पितरों का श्राद्ध किया जाता है यानी जिन पितरों को हम जानते नहीं, उनका श्राद्ध करने के लिए ये तिथि उत्तम मानी गई है। इस बार 3 अक्टूबर, बुधवार को सर्व पितृमोक्ष अमावस्या का श्राद्ध किया जाएगा।


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Disclaimer
इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।

 

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