Mahakal Bhasmarti Time: सावन में बदलेगा महाकाल भस्मारती का समय, जानें कैसे कर पाएंगे दर्शन?

Published : Jun 23, 2024, 03:08 PM ISTUpdated : Jul 11, 2024, 09:05 AM IST
mahakal temple ujjain 02

सार

Mahakal Darshan Sawan 2024: सावन और भादौ मास में उज्जैन के महाकाल मंदिर में दर्शन व्यवस्था में परिवर्तन किया जाएगा। इसे लेकर मंदिर समिति की एक बैठक 22 जून, शनिवार को रखी गई, जिसमें महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। 

Mahakal Bhasmarti Time Change In Sawan 2024: मध्य प्रदेश के उज्जैन में प्रसिद्ध महाकाल मंदिर में सावन-भादौ मास में दर्शन व्यवस्था में बदलाव किए जाएंगे। ये निर्णय 22 जून, शनिवार को मंदिर समिति की बैठक में लिए गए। भक्तों को समय समय में कैसे दर्शन करवाएं जाएं, इसे लेकर भी समिति ने निर्णय लिए हैं। इस बार सावन मास की शुरूआत 22 जुलाई, सोमवार से हो रही है, जो 19 अगस्त, सोमवार तक रहेगा। जानें सावन मास में महाकाल मंदिर की व्यवस्था में क्या-क्या बदलाव होंगे…

बदलेगा महाकाल भस्मारती का समय
भक्तों की भीड़ को देखते हुए मंदिर समिति ने निर्णय लिया है कि 22 जुलाई से 2 सितंबर तक भगवान मंदिर में भस्मआरती का समय सुबह 3 से 5 बजे तक रहेगा। वहीं प्रत्येक सोमवार को भस्मआरती का समय सुबह 2.30 से 4.30 बजे तक का रहेगा। 3 सितंबर से पट खुलने का समय पहले की तरह हो जाएगा। होगा। इस दौरान कार्तिकेय मंडपम् की आखिरी तीन पंक्तियों से श्रद्धालुओं के लिए चलित भस्मआरती दर्शन की व्यवस्था रहेगी।

कैसे कर पाएंगे सामान्य दर्शन?
सावन में महाकाल मंदिर में सामान्य दर्शन की व्यवस्था में भी आंशिक परिवर्तन किए जाएंगे। श्रद्धालु त्रिवेणी संग्रहालय के समीप से नंदी द्वार, महाकाल महालोक होते हुए गणेश मंडप से बाबा महाकाल के दर्शन कर सकेंगे, वहीं भारत माता मंदिर के पास से होते हुए भक्त कार्तिक मंडप से दर्शन कर सकेगे। दर्शन के बाद श्रद्धालुओं के लिए निर्माल्य द्वार से बाहर निकलने की व्यवस्था रहेगी।

ऐसी रहेगी शीघ्र दर्शन व्यवस्था
शीघ्र दर्शन व्यवस्था यानी 250 रूपए का टिकट लेकर कोई भी भक्त गेट नंबर 4 और 5 के रास्ते विश्राम धाम रैंप, सभा मंडपम होते हुए गणेश मंडपम से महाकालेश्वर के दर्शन करन के बाद निर्गम द्वार अथवा आपातकालीन निर्गम द्वार से बाहर निकल सकेंगे।


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