Ganga Dussehra 2025: गंगा दशहरे पर करें ये 5 उपाय, होगा धन लाभ और बचे रहेंगे संकटों से

Published : Jun 04, 2025, 02:23 PM ISTUpdated : Jun 04, 2025, 04:40 PM IST
Ganga Dussehra 2025 upay

सार

Ganga Dussehra 2025: ज्येष्ठ मास में हर साल गंगा दशहरा का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 5 जून, गुरुवार को मनाया जाएगा। इस दिन कुछ खास उपाय करने से आप आने वाले संकटों से बच सकते हैं।

Ganga Dussehra Upay: धर्म ग्रंथों के अनुसार, ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को गंगा दशहरा पर्व मनाया जाता है। मान्यता है कि इसी तिथि पर देवी गंगा नदी के रूप में धरती पर आई थीं। तभी ये पर्व मनाया जा रहा है। इस बार गंगा दशहरे के पर्व 5 जून, गुरुवार को मनाया जाएगा। इस दिन अगर कुछ खास उपाय किए जाएं तो आने वाले संकटों से बचा जा सकता है और घर में सुख-समृद्धि भी बनी रहती है। आगे जानिए इन उपायों के बारे में…

पितृ दोष के लिए गंगा दशहरा पर कौन-सा उपाय करें?

धर्म ग्रंथों के अनुसार, देवनदी गंगा जब धरती पर आई तो उनके स्पर्श से राजा सगर के 60 हजार पुत्रों को मोक्ष मिल गया। इसलिए ये तिथि पितरों की शांति के लिए बहुत शुभ मानी गई है। इस दिन किसी पवित्र नदी के तट पर पितरों की शांति के लिए तर्पण और श्राद्ध करने से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है।

सुख-समृद्धि के लिए गंगा दशहरा पर क्या दान करें?

अगर आप अपने जीवन में सुख-समृद्धि और शांति चाहते हैं तो गंगा दशहरा पर जरूरतमंद लोगों को कपड़े, भोजन, कच्चा अनाज, जूते-चप्पल आदि का दान करें। इस उपाय से आपका जीवन हमेशा सुखमय बना रहेगा।

संकट से बचने के लिए गंगा दशहरा पर कौन-सा उपाय करें?

गंगा दशहरा पर भगवान विष्णु की विधि-विधान से पूजा करें और नृसिंह स्त्रोत का पाठ करें। इस स्त्रोत का पाठ करने से आप आने वाले हर संकट से बच सकते हैं। ये बहुत ही चमत्कारी स्त्रोत है, जो कवच की तरह आपकी रक्षा करता है।

धन लाभ के लिए गंगा दशहरा पर कौन-सा उपाय करें?

अगर आप धन की इच्छा रखते हैं तो गंगा दशहरा पर देवी लक्ष्मी का अभिषेक गंगा जल से करें और साथ ही श्रीसूक्त का पाठ भी करें। श्रीसूक्त के पाठ से ही देवराज इंद्र ने देवी लक्ष्मी को प्रसन्न किया था। इस उपाय से आपको धन लाभ के योग बन सकते हैं।

वैवाहिक सुख के लिए गंगा दशहरा पर कौन-सा उपाय करें?

अगर आपके वैवाहिक सुख में कमी है यानी पति-पत्नी में नहीं बनती तो गंगा दशहरा पर पूरे घर में गंगा जल का छिड़काव करें। गाय के दूध से बनी खीर का भोग पहले भगवान को लगाएं और बाद में पति-पत्नी साथ बैठकर इसे खाएं। इससे आपकी परेशानी दूर हो सकती है।


Disclaimer
इस आर्टिकल में जो जानकारी है, वो ज्योतिषियों द्वारा बताई गईं हैं। हम सिर्फ इस जानकारी को आप तक पहुंचाने का एक माध्यम हैं। यूजर्स इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।


 

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