World Sleep Day 2023: किस दिशा की ओर सिर रखकर सोने से क्या फायदा-नुकसान होता है, क्या कहा गया है शास्त्रों में?

World Sleep Day 2023: हर साल मार्च के तीसरे शुक्रवार को वर्ल्ड स्लीप डे मनाया जाता है। इस बार ये 17 मार्च, शुक्रवार को है। हमारे धर्म ग्रंथों में नींद से जुड़ी कई बातें बताई गई हैं, जिसके बारे में कम लोग जानते हैं। ये बातें सभी के लिए जानना जरूरी है।

 

Manish Meharele | Published : Mar 17, 2023 4:42 AM IST

उज्जैन. अच्छी सेहत के लिए पर्याप्त नींद लेना बहुत जरूरी है। मेडिकल साइंस के अनुसार एक स्वस्थ व्यक्ति को 24 घंटे में से कम से कम 6 से 8 घंटे की नींद जरूर लेना चाहिए। जिस व्यक्ति की नींद पूरी नहीं होती, उसे कई तरह की बीमारियां होने लगती है। नींद का हमारे जीवन में कितना महत्व है, यही समझाने के लिए मार्च के तीसरे शुक्रवार को वर्ल्ड स्लीप डे (World Sleep Day 2023) यानी विश्व नींद दिवस मनाया जाता है। इस बार वर्ल्ड स्लीप डे 17 मार्च, शुक्रवार को है। इस मौके पर हम आपको नींद से जुड़ी कुछ ऐसी बातें बता रहे हैं जो हमारे धर्म ग्रंथों में बताई गई हैं। आगे जानिए सोने से जुड़ी ये खास बातें…

अशुभ होता है इस तरह से सोना
धर्म ग्रंथों के अनुसार, कभी भी मस्तक पर तिलक लगाकर नहीं सोना चाहिए। अगर तिलक लगाकर हो तो पहले उसे पानी से धोएं और इसके बाद ही सोएं। इसके पीछे कारण है कि जब किसी व्यक्ति की मृत्यु होती है तो उसी अवस्था में इसके मस्तक पर तिलक लगाया जाता है, इसलिए जीवित व्यक्ति को कभी तिलक लगाकर नहीं सोना चाहिए।

आयुर्वेद के अनुसार कैसे सोना लाभदायक?
आयुर्वेद की मानें तो बाईं करवट लेकर सोना सेहत के लिये अच्छा होता है, जबकि दाईं करवट लेकर सोने से सेहत पर इसका नकारात्मक असर होता है। सीधा सोने से रीढ़ की हड्डी को नुकसान होता है और ऊल्टा सोने से आंखें खराब होने का खतरा बना रहता है। इन बातों का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए।

किस दिशा में सोने से क्या फायदा?
धर्म ग्रंथों में भी सोने से जुड़ी कई खास बताई गई हैं। उसके अनुसार, पूर्व दिशा की ओर सिर रखकर सोने से ज्ञान की वृद्धि होती है। दक्षिण में सिर रखकर सोने से धन लाभ होता है। पश्चिम और उत्तर की ओर सिर रखकर सोने से परेशानी निरंतर बढ़ती जाती हैं और नुकसान भी होता है।

इन बातों का भी रखें ध्यान
1. महाभारत के अनुसार, कभी भी टूटी खाट, टूटे पलंग और मैले बिस्तर पर नहीं सोना चाहिए। ऐसा करने से अशुभ फलों की प्राप्ति होती है।
2. ब्रह्मवैवर्तपुराण के अनुसार, दिन में तथा सूर्योदय के बाद तक एवं सूर्यास्त के समय नहीं सोना चाहिए। इससे कई तरह की बीमारियां होने का खतरा बना रहता है।
3. अन्य धर्म ग्रंथों के अनुसार, सूने घर में, श्मसान में, मंदिर में और अंधेरे कमरे में नहीं सोना चाहिए। पलंग पर बैठे-बैठे भी नहीं सोना नहीं चाहिए।
4. घर की देहरी यानी चौखट पर सिर रखकर भी कभी नहीं सोना चाहिए। ऐसा करना अशुभ माना जाता है।



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