
PM-KUSUM Scheme 2025: भारत सरकार किसानों की आमदनी बढ़ाने और खेती को आधुनिक बनाने के लिए लगातार नई योजनाएं ला रही है। इन्हीं योजनाओं में से एक है प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (PM-KUSUM Scheme)। यह योजना मार्च 2019 में नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (MNRE) द्वारा शुरू की गई थी, जिसका मकसद किसानों को सोलर पंप और सोलर प्लांट लगाने में मदद देना है ताकि वे डीजल से चलने वाले पंप की जगह सौर ऊर्जा का इस्तेमाल कर सकें। जानिए पीएम-कुसुम योजना से किसानों को क्या-क्या फायदे मिलते हैं और कौन-कैसे आवेदन कर सकता है।
PM KUSUM यानी प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (Pradhan Mantri Kisan Urja Suraksha Evam Utthan Mahabhiyan) इस योजना के तहत किसानों को खेती के लिए सोलर पंप लगाने पर 60% तक की सरकारी सब्सिडी दी जाती है। साथ ही सरकार कुल लागत का 30% तक लोन भी उपलब्ध कराती है। यानी किसान को खुद सिर्फ 10% खर्च उठाना पड़ता है। इस योजना से किसान सिंचाई का खर्च कम कर सकते हैं और साथ ही बिजली बेचकर अतिरिक्त आमदनी भी कमा सकते हैं।
PM-KUSUM स्कीम का सबसे बड़ा लक्ष्य है-
ये भी पढ़ें- PM Kisan 21वीं किस्त नवंबर में कब जारी होगी? जानिए किन किसानों के खाते में आएंगे 2000 रु
कुसुम योजना को 3 हिस्सों में बांटा गया है-
कंपोनेंट A: गांवों में 10 गीगावॉट (GW) तक छोटे-छोटे सोलर पावर प्लांट लगाए जाएंगे। हर प्लांट की क्षमता 500 किलोवॉट से 2 मेगावॉट तक होगी।
कंपोनेंट B: किसानों को 7.5 हॉर्सपावर (HP) तक के स्टैंडअलोन सोलर पंप दिए जाएंगे। एक पंप की लागत करीब 17.5 लाख तक हो सकती है।
कंपोनेंट C: 10 लाख ग्रिड-कनेक्टेड सोलर पंप लगाने के लिए वित्तीय सहायता दी जाएगी।
PM-KUSUM योजना के तहत ये लोग आवेदन कर सकते हैं-
ये भी पढ़ें- मंईयां सम्मान योजना 2025 के लिए आवेदन कैसे करें? कौन-कौन से डॉक्यूमेंट लगेंगे
केंद्र और राज्य सरकार की नई योजनाएं, लाभ, पात्रता, दस्तावेज़ और आवेदन प्रक्रिया समझें। नागरिक कल्याण, किसान सहायता, डिजिटल सेवाएं और हेल्थ स्कीम्स की हर अपडेट के लिए Sarkari Yojana सेक्शन पढ़ें — लाभकारी योजनाओं की सही जानकारी अब आसान भाषा में।