अर्जेंटीना के महान फुटबॉलर डिएगो माराडोना का 25 नवंबर को निधन हो गया। जानकारी के मुताबिक़ उन्हें हार्ट अटैक आया था। इसकी वजह से ही उनकी मौत हो गई। मौत के वक्त माराडोना अपने घर पर ही थे। बता दें कि दो हफ्ते पहले ब्रेन में क्लॉट की वजह से उनकी सर्जरी हुई थी।
स्पोर्ट्स डेस्क: 25 नवंबर 2020 का दिन फुटबॉल प्रेमियों के लिए सबसे बुरी खबर लेकर आया। अर्जेंटीना के महान खिलाड़ी डिएगो माराडोना का निधन हार्ट अटैक से हो गया। दो हफ्ते पहले हुई ब्रेन सर्जरी के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिली थी। इसके बाद माराडोना घर पर आराम कर रहे थे। लेकिन इसी बीच बुधवार को अचानक उन्हें हार्ट अटैक आया, जिसके कारण 60 साल की उम्र में उनका निधन हो गया।
शराब की लत से थे परेशान
डिएगो माराडोना की दो हफ्ते पहले ब्रेन सर्जरी हुई थी। वहां से डिस्चार्ज कर उन्हें घर आराम करने के लिए भेजा गया था। माराडोना के वकील ने उस दौरान मीडिया को जानकारी दी थी कि अभी माराडोना के लिए शराब की लत छोड़ना काफी जरुरी है। शराब की थोड़ी सी मात्रा भी उनके लिए घातक होगी। सर्जरी के बाद परिवार के साथ क्वालिटी टाइम बिताने के लिए उन्हें अस्पताल से छुट्टी दी गई थी।
हैंड ऑफ़ गॉड गोल से हुए मशहूर
1986 में फुटबॉल वर्ल्ड कप के दौरान डिएगो माराडोना छाए रहे। उस दौरान वो अर्जेंटीना के कप्तान थे। माराडोना ने अपने दम पर टीम को चैंपियन बनाया था। इसमें फाइनल में अर्जेंटीना ने वेस्ट जर्मनी को 3-2 से शिकस्त दी थी। वहीं क्वाटर फाइनल में इंग्लैंड को 2-1 से हराया था। इस मैच के दोनों गोल माराडोना ने ही किये थे। इसमें पहला गोल काफी विवादित रहा था। दरअसल, इस गोल को माराडोना ने हाथों से मारकर गोल पोस्ट तक पहुँचाया था लेकिन रेफरी इसे देख नहीं पाया और इसे गोल मान लिया। इस गोल को हैंड ऑफ गॉड का नाम दिया गया।
सौरव् गांगुली के खिलाफ खेल चुके हैं मैच
अर्जेंटीना का ये महान फुटबॉलर 2017 में एक चैरिटी मैच के लिए भारत दौरे पर आ चुका है। उनकी टीम के साथ मुकाबला करने उतरी थी सौरव गांगुली की टीम। इस भारतीय दौरे पर आए माराडोना ने उस दौरान खुद को फुटबॉल का भगवान कहे जाने पर बयान दिया था कि वो खुद को एक आम फुटबॉलर मानते हैं।