Women's T20 World Cup: चैंपियन बनना है तो इस समस्या का ढूंढना होगा हल, विश्वकप में इस बड़ी कमी से जूझ रही भारतीय महिला टीम

भारतीय महिला क्रिकेट टीम टी20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में पहुंच गई है, जहां टीम का मुकाबला दुनिया की नंबर वन ऑस्ट्रेलियाई टीम से होगा। इससे पहले कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने टीम की एक बड़ी कमी की ओर इशारा किया है।

 

Manoj Kumar | Published : Feb 21, 2023 10:19 AM IST / Updated: Feb 21 2023, 04:32 PM IST

Women's T20 World Cup. भारतीय टीम ने महिला टी20 विश्वकप के 4 लीग मैच में से 3 में जीत दर्ज की है। इस जीत में भारतीय टीम की एक बड़ी कमी भी उजागर हुई है जिसकी वजह से वे इंग्लैंड से हार भी चुकी हैं। वहीं सेमीफाइनल में सामने ऑस्ट्रेलिया जैसी दिग्गज टीम होगी और भारत इस कमी को दूर नहीं कर पाया तो आगे की राह मुश्किल हो जाएगी। आयरलैंड से मिली जीत में भी यह बड़ी कमी साफ दिखाई दी जिसके बारे में कप्तान ने भी चिंता जाहिर की है। भारतीय महिला क्रिकेट टीम की यह कमी कुछ और नहीं बल्कि बैटिंग के दौरान डॉट बाल की समस्या है।

क्या होती है डॉट बाल

20 ओवर के मैच में एक, दो या पांच डॉट बाल तो सामान्य है लेकिन जब यह संख्या 30, 40 या 50 से भी उपर हो जाए तो किसी भी टीम के लिए घातक होगी। डॉट बाल का सीधा मतलब है कि बैटिंग के दौरान वह गेंद जिस पर कोई रन नहीं बनता है। यदि कोई टीम 20 ओवर के मैच में 30 डॉट बाल खेल जाती है तो इसका मतलब सीधे-सीधे 5 ओवर बेकार जाना हुआ यानि 20 ओवर का मैच 30 डॉट बाल के बात बैटिंग टीम के लिए 15 ओवर का हो जाता है। भारतीय टीम महिला टी20 विश्वकप में इस कमी से जूझ रही है और इंग्लैंड से मिली हार में डॉट बाल ने मेजर रोल प्ले किया था।

आयरलैंड के खिलाफ 41 डॉट बाल

भारतीय टीम ने डकवर्थ लुईस नियम के आधार पर भले ही मैच जीता और सेमीफाइनल में पहुंची लेकिन भारतीय बैटर्स ने 20 ओवर के मैच में 41 डॉट बाल खेले यानि करीब 7 ओवर बेकार चले गए। यह बड़ी कमजोरी इंग्लैंड के खिलाफ भी दिखी। इंग्लैंड के खिलाफ भारतीय टीम ने 51 डॉट बाल खेले यानि 8.3 ओवर में कोई रन नहीं बना। सभी टीमें डॉट बाल खेलती हैं लेकिन टी20 में जब यह संख्या 5 ओवर से अधिक हो जाए तो इसकी भरपाई चौके-छक्के से भी करना मुश्किल हो जाता है।

कप्तान ने भी जताई है चिंता

इस टूर्नामेंट में यह देखा गया है कि ओपनिंग से लेकर मध्यक्रम तक सभी बैटर सिर्फ चौके-छक्के मारने के लिए ज्यादा जाती हैं जबकि सिंगल या डबल रन लेने की कोशिशें कम होती हैं। बाल को गैप में खेलकर रन बनाने की कला ही किसी टीम को मजबूत बनाती है जिसकी कमी मौजूदा भारतीय महिला टीम में साफ देखी जा रही है। कप्तान हरमनप्रीत कौर ने भी कहा कि डॉट बाल हमारी चिंता का कारण है। वहीं एक्सपर्ट्स का भी मानना है कि भारतीय टीम ने सेमीफाइनल में इस कमी को दूर नहीं की तो चैंपियन बनने की मंजिल और भी दूर हो जाएगी।

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