मुंबई: तीनों प्रारूपों में अलग-अलग कोच की जरूरत वाली बात को बीसीसीआई सचिव जय शाह ने खारिज कर दिया है। जय शाह गौतम गंभीर को तीनों प्रारूपों का कोच बनाए जाने पर प्रतिक्रिया दे रहे थे।
एक बार कोच नियुक्त हो जाने के बाद उनकी बात सुनना बीसीसीआई का तरीका है। गौतम गंभीर अगर तीनों प्रारूपों के कोच बने रहने को तैयार हैं तो उनसे किसी खास प्रारूप में कोचिंग न करने को कहने वाला मैं कौन होता हूं। उन्होंने आगे कहा कि तीनों प्रारूपों में 70 प्रतिशत खिलाड़ी तो एक ही हैं।
गंभीर ने टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए इंटरव्यू में कहा कि कोच पद के लिए भारत के पास विकल्पों की कमी नहीं है। राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में हमारे पास अच्छे विकल्प मौजूद हैं। जय शाह ने याद दिलाया कि जब राहुल द्रविड़ कोच थे और उन्होंने छुट्टी ली थी, तब राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी के अध्यक्ष वीवीएस लक्ष्मण ने कोचिंग की जिम्मेदारी संभाली थी।
टी20 विश्व कप जीत के बाद राहुल द्रविड़ के कोच पद छोड़ने के बाद बीसीसीआई ने गौतम गंभीर को भारतीय कोच नियुक्त किया था। यह नियुक्ति तीन साल के लिए हुई है। 2027 के एकदिवसीय विश्व कप तक गंभीर कोच बने रहेंगे। हाल ही में आईपीएल में कोलकाता के मेंटर रहे गौतम गंभीर ने टीम को खिताबी जीत दिलाई थी, जिसके बाद उन्हें भारतीय कोच पद के लिए भी दावेदार माना जाने लगा था।
पूर्व खिलाड़ी डब्ल्यू वी रमन का नाम भी कोच पद के लिए चर्चा में था, लेकिन अंततः गंभीर को यह जिम्मेदारी सौंपी गई। श्रीलंका के खिलाफ एकदिवसीय और टी20 श्रृंखला में गंभीर ने कोच के रूप में पदभार संभाला था। भारत ने जहां टी20 श्रृंखला 3-0 से जीती, वहीं एकदिवसीय श्रृंखला में उसे 0-2 से हार का सामना करना पड़ा।