इस शानदार गेंदबाजी के बाद भी चमिंडा वास ने कई यादगार जीत हासिल की। वास ने अपने क्रिकेट करियर में दो बार हैट्रिक लेने का कारनामा किया। जिम्बाब्वे के बाद उन्होंने 2003 वर्ल्ड कप में बांग्लादेश के खिलाफ दूसरी बार हैट्रिक लिया था।
चमिंडा वास के जीवन का सबसे मजेदार पहलू ये है कि वो बचपन में पादरी बनना चाहते थे। उन्होंने खुद एक इंटरव्यू में यह खुलासा किया था। लेकिन पादरी बनने की चाहत रखने वाले चमिंडा वास श्रीलंका के सबसे बेहतरीन गेंदबाजों में से एक बने।
दुनिया के दिग्गज गेंदबाजों में से एक के रूप में उन्हें पहचान मिली। वैसे चमिंडा वास का पूरा नाम भी काफी बड़ा है। क्रिकेट में सबसे लंबा नाम रखने वाले खिलाड़ी भी वही हैं। उनका पूरा नाम है 'वरनाकुल सूर्या पदमापंडितगे उशांत जोसेफ चमिंडा वास'।