खेल डेस्क। क्रिकेटर आर अश्विन ने तत्काल प्रभाव से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। उन्होंने ब्रिसबेन में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी सीरीज के तीसरे टेस्ट के बाद अपने फैसले की घोषणा की। वह गुरुवार को भारत के लिए रवाना होंगे। संन्यास की घोषणा से पहले अश्विन ड्रेसिंग रूम में बेहद भावुक नजर आए थे। वह विराट कोहली के साथ बातें कर रहे थे। इस दौरान कोहली ने उन्हें गले लगाया। अश्विन अपने आंसुओं को पोंछते दिखे थे।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में अश्विन ने कहा, "यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सभी फॉर्मेट में भारतीय क्रिकेटर के रूप में मेरा आखिरी दिन होगा। मुझे लगता है कि एक क्रिकेटर के रूप में मुझमें अभी भी कुछ दमखम बाकी है। मैं क्लब स्तर के क्रिकेट में इसका प्रदर्शन करना चाहता हूं। मैंने खेल का बहुत आनंद लिया। मैंने रोहित शर्मा और मेरे कई साथियों के साथ बहुत सारी यादें बनाई हैं।"
उन्होंने कहा, "मुझे बहुत से लोगों को धन्यवाद देना है, लेकिन अगर मैं बीसीसीआई और साथी खिलाड़ियों को धन्यवाद नहीं देता तो मैं अपने कर्तव्यों में विफल हो जाऊंगा। मैं उनमें से कुछ का नाम लेना चाहता हूं, कुछ कोचों का भी जो इस यात्रा का हिस्सा रहे हैं। सबसे महत्वपूर्ण, रोहित शर्मा, विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे, चेतेश्वर पुजारा हैं।"
अश्विन ने अपना टेस्ट करियर भारत के लिए दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज के रूप में समाप्त किया। उन्होंने 106 टेस्ट मैचों में 24 की औसत से 537 विकेट लिए। वह केवल अनिल कुंबले से पीछे हैं। कुंबले ने 132 टेस्ट मैचों में 619 विकेट लिए थे।
अश्विन ने ऑस्ट्रेलिया में चल रही सीरीज के पहले तीन टेस्ट में से सिर्फ एक ही खेला। एडिलेड में 53 रन देकर 1 विकेट लिया। पिछली सीरीज में न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत को घरेलू मैदान पर 3-0 से हार मिली थी। इस सीरीज में अश्विन ने 41.22 की औसत से नौ विकेट लिए थे।
अश्विन ने अपने करियर में अच्छी बल्लेबाजी भी की है। उन्होंने छह शतक और 14 अर्द्धशतक लगाए हैं। अश्विन ने 3503 टेस्ट रन बनाए हैं। वह 3000 से ज्यादा रन और 300 विकेट लेने वाले 11 ऑलराउंडरों में से एक बन गए। उन्होंने मुथैया मुरलीधरन के बराबर रिकॉर्ड 11 प्लेयर-ऑफ-द-सीरीज पुरस्कार भी जीते हैं।
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