जब एक हादसे की वजह से क्रिकेट छोड़ना चाहते थे जडेजा, जानें फिर कैसे बने नंबर-1?

रविंद्र जडेजा भारत के प्रमुख ऑलराउंडरों में से एक हैं। सर जडेजा ने कहीं हम मैचों में भारत के लिए बड़ा योगदान दिया है। जडेजा का जीवन भी संघर्ष से भरा रहा है।

 

Ravindra Jadeja Birthday: 36 वर्षीय रविंद्र जडेजा भारतीय टीम के प्रमुख ऑलराउंडरों में से एक हैं। उन्होंने अपनी प्रतिभा से विश्व भर में नाम कमाया है। क्रिकेट के मैदान पर गेंदबाजी, बल्लेबाजी और फील्डिंग से सबको उन्होंने प्रभावित किया है। क्रिकेट की दुनिया में रविंद्र जडेजा को प्यार से ‘सर’ भी बुलाते हैं। इस क्रिकेटर ने कई बड़े रिकॉर्ड्स अपने नाम दर्ज किए हैं और आज भी अपना योगदान टीम इंडिया के लिए दे रहे हैं। जड्डू ने t20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है, लेकिन अभी भी एकदिवसीय और टेस्ट क्रिकेट खेल रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया में खेले जा रहे हैं बॉर्डर गावस्कर सीरीज का वो हिस्सा भी हैं। आर्टिकल के माध्यम से आज हम आपको सर जडेजा के कुछ यादगार पल के बारे में हम आपको बताएंगे, जिसने उनकी जिंदगी बदल दी।

जडेजा को तलाशने में है इस पूर्व भारतीय का बड़ा हाथ

भारतीय टीम को जडेजा जैसा महान ऑलराउंडर देने में पूर्व खिलाड़ी किरण मोर का बहुत बड़ा हाथ रहा है। जड्डू साल 2004 में अंडर 14 क्रिकेट टूर्नामेंट खेल रहे थे, जिसमें उन्होंने काफी ज्यादा प्रभावित किया था। उनकी काबिलियत को देखकर किरण मोरे ने अपने अकादमी के लिए क्रिकेट खेलने को कहा। मोर कि प्रस्ताव को स्वीकार कर उनकी अकादमी कहां थाम लिया और सौराष्ट्र अंडर-19 क्रिकेट के लिए खेलना शुरू कर दिया। वहां पर लाजवाब प्रदर्शन करने के कारण सर जडेजा को भारतीय अंडर-19 टीम के लिए चुना गया।

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साल 2009 में भारतीय टीम में मिली जगह

जडेजा की शानदार प्रदर्शन के बदौलत उन्हें 2009 में टीम इंडिया के लिए खेलने का मौका मिला। इस अफसर को दोनों हाथ से जडेजा ने कबूल कर लिया और उसके बाद अपनी काबिलियत से सबका ध्यान आकर्षित कर लिया। रविंद्र जडेजा ने अपना टेस्ट डेब्यू साल 2012 में इंग्लैंड के खिलाफ किया था।

एक हादसे से बिखर गया था पूरा परिवार

रविंद्र जडेजा काफी बुरे दौर से भी गुजरे हैं। साल 2005 में एक हादसे मैं जडेजा की मां की मृत्यु हो गई थी, जिसके गम में पूरा परिवार बिखर गया था। इस भयानक हादसे के बाद उन्होंने क्रिकेट से दूर होने का भी निर्णय बना लिया था। लेकिन परिवार के साथ होने पर जडेजा ने अपने आप को संभाल और फिर से अपनी काबिलियत पर काम करना शुरू किया। जडेजा को भयानक हादसे के दौरान उनकी दो बहनों ने उनके साथ निभाया। ऑलराउंडर ने फिर दोबारा पीछे मुड़कर नहीं देखा और लगातार संघर्ष करते रहें, जिसके चलते आज वह सब के दिलों में राज करते हैं।

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