एक कार्यक्रम में कोने में बैठे विनोद कांबली से सचिन तेंदुलकर मिले। सचिन को देखकर उत्साहित विनोद कांबली ने उनके पास बैठने का आग्रह किया। लेकिन क्या सचिन ने यह अनुरोध ठुकरा दिया?
मुंबई : सचिन तेंदुलकर और विनोद कांबली कभी जिगरी दोस्त थे, लेकिन बाद में उनके रास्ते अलग हो गए। अब दोनों के बीच बातचीत या संपर्क न के बराबर है। किसी कार्यक्रम या विशेष अवसर पर मिलने पर ही बातचीत होती है। हाल ही में मुंबई में एक कार्यक्रम के दौरान सचिन तेंदुलकर और विनोद कांबली की मुलाकात हुई। मंच के एक कोने में बैठे विनोद कांबली से सचिन तेंदुलकर मिले और उनसे बात की। लेकिन इस दौरान विनोद कांबली के एक अनुरोध को सचिन ने ठुकरा दिया, इस पर चर्चा शुरू हो गई है।
सचिन तेंदुलकर के बचपन के कोच रमाकांत आचरेकर के स्मारक अनावरण कार्यक्रम में यह मुलाकात हुई। इस कार्यक्रम में सचिन तेंदुलकर मुख्य अतिथि थे। विनोद कांबली को भी कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया था। राज ठाकरे सहित कई दिग्गज इस कार्यक्रम में शामिल हुए। मुख्य अतिथि सचिन तेंदुलकर मंच के बीच में बैठे थे। आमंत्रित अतिथियों में विनोद कांबली मंच के किनारे बैठे थे।
कार्यक्रम शुरू होने से पहले सचिन तेंदुलकर मंच पर आए और अपनी जगह पर बैठ गए। राज ठाकरे सहित कुछ गणमान्य व्यक्तियों के बीच सचिन बैठे थे। इसी दौरान किनारे बैठे विनोद कांबली को देखकर सचिन तेंदुलकर कुर्सी से उठकर कांबली के पास गए। इस समय विनोद कांबली पास बैठे व्यक्ति से बातचीत में व्यस्त थे।
विनोद कांबली के पास जाकर सचिन तेंदुलकर ने उनका हाथ पकड़कर बात की। विनोद कांबली कुछ सेकंड तक सचिन तेंदुलकर को पहचान नहीं पाए। सचिन को पहचानते ही कांबली खुश हो गए। सचिन का हाथ जोर से पकड़कर बातें करने लगे। कांबली बहुत खुश हुए और सचिन से अपने पास बैठने का आग्रह किया।
सचिन ने कार्यक्रम और अपनी जिम्मेदारी के बारे में बताने की कोशिश की। इसी दौरान विनोद कांबली बच्चे की तरह जिद करते दिखे तो कार्यक्रम के आयोजक सचिन और कांबली के पास आए। फिर कांबली को समझाने की कोशिश की। कांबली को कार्यक्रम के बारे में बताकर सचिन अपनी सीट पर लौट गए। कार्यक्रम के आयोजकों ने विनोद कांबली को समझाने की कोशिश की। लेकिन सचिन के जाते ही कांबली निराश हो गए।
सचिन तेंदुलकर ने विनोद कांबली के अनुरोध को ठुकराकर आगे नहीं बढ़े, ऐसा नहीं है। कार्यक्रम में सचिन मुख्य अतिथि थे। सचिन के लिए पहले से ही सीट तय थी। सचिन को बीच वाली सीट पर ही बैठना था। इसलिए कांबली के साथ बैठना संभव नहीं था। लेकिन वीडियो में साफ दिख रहा है कि इससे कांबली निराश हुए। कांबली के साथ सचिन के न बैठने पर चर्चा शुरू हो गई है। कहा जा रहा है कि कांबली के अनुरोध को ठुकरा दिया गया। लेकिन असल में सचिन ने अनुरोध ठुकराया नहीं, यह स्पष्ट है।
वीडियो में विनोद कांबली की खराब तबियत भी साफ दिख रही है। विनोद कांबली बिना मदद के चल नहीं पा रहे हैं। बैठने के बाद उठने में भी उन्हें परेशानी हो रही है। उन्हें किसी न किसी का सहारा लेना पड़ रहा है।