अंतिम गेंद पर जीत के लिए एक रन चाहिए था लेकिन क्रांति कुमार रन आउट हो गए और मैच टाई हो गया।
बेंगलुरु: टी20 क्रिकेट के इतिहास में पहली बार विजेता का फैसला तीन सुपर ओवर के बाद हुआ। कर्नाटक की घरेलू टी20 लीग महाराजा ट्रॉफी में बेंगलुरु ब्लास्टर्स और हुबली टाइगर्स के बीच मैच निर्धारित ओवरों में टाई होने के बाद तीन सुपर ओवर खेले गए। टी20 इतिहास में यह पहली बार है जब किसी मैच का नतीजा निकालने के लिए तीन सुपर ओवर खेले गए।
पहले बल्लेबाजी करते हुए हुबली टाइगर्स के कप्तान मयंक अग्रवाल के अर्धशतक की बदौलत 20 ओवर में 164 रन बनाए। जवाब में आखिरी गेंद पर जीत के लिए एक रन चाहिए था लेकिन बेंगलुरु ब्लास्टर्स 20 ओवर में नौ विकेट पर 164 रन ही बना सके। आखिरी गेंद पर जीत के लिए एक रन चाहिए था लेकिन क्रांति कुमार रन आउट हो गए और मैच टाई हो गया। इसके बाद सुपर ओवर खेला गया। पहले सुपर ओवर में हुबली टाइगर्स के कप्तान मयंक अग्रवाल गोल्डन डक पर आउट हो गए और टीम एक विकेट पर 10 रन ही बना सकी। टाइगर्स ने आखिरी गेंद पर छक्का लगाकर 10 रन बनाए।
11 रनों के विजय लक्ष्य का पीछा करने उतरी ब्लास्टर्स के लिए कप्तान मनीष पांडे ने चौथी गेंद पर छक्का लगाया लेकिन वे भी 10 रन ही बना सके। इसके बाद दूसरे सुपर ओवर में पहले बल्लेबाजी करते हुए हुबली टाइगर्स ने आठ रन बनाए। जवाब में ब्लास्टर्स ने पहली गेंद पर चौका लगाया लेकिन वे भी आठ रन ही बना सके। इसके बाद तीसरा सुपर ओवर खेला गया। तीसरे सुपर ओवर में पहले बल्लेबाजी करते हुए टाइगर्स ने एक विकेट पर 12 रन बनाए। जवाब में आखिरी गेंद पर चौका लगाकर क्रांति कुमार ने हुबली टाइगर्स को जीत दिलाई।