भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला लंदन के द ओवल ग्राउंड में होने वाला है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि डब्ल्यूटीसी फाइनल के सभी मुकाबले इंग्लैंड में ही क्यों होते हैं? आइए हम आपको बताते हैं ऐसा क्यों?
स्पोर्ट्स डेस्क: इस समय क्रिकेट प्रेमियों की निगाहें वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले पर टिकी हुई है, जिसमें भारत और ऑस्ट्रेलिया की टीम 7 जून से लेकर 11 जून तक लंदन के द ओवल मैदान पर भिडेंगी। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि डब्ल्यूटीसी फाइनल में भारत और ऑस्ट्रेलिया की टीम है, तो इसका मुकाबला लंदन में क्यों हो रहा है? जबकि वेन्यू भारत या ऑस्ट्रेलिया में हो सकता था। इतना ही नहीं इससे पहले 2021 में भी भारत और न्यूजीलैंड के बीच वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला इंग्लैंड में ही हुआ था और आने वाला डब्ल्यूटीसी फाइनल 2025 का मुकाबला भी इंग्लैंड में ही होना तय है। इसके पीछे का कारण क्या है आइए हम आपको बताते हैं...
इंग्लैंड में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल कराने का कारण
पहला कारण - क्रिकेट की दीवानगी सबसे ज्यादा भारत में देखी जाती है। लेकिन भारत में टेस्ट मैच शुरू होने का समय सुबह 9.30 बजे रहता है। इस समय लोग अपने काम में व्यस्त रहते हैं। ऐसे में सबसे सूटेबल टाइम और जगह इंग्लैंड ही होती है, क्योंकि यहां पर टेस्ट मैच शुरू होने का समय दोपहर 3:00 बजे से रात को 11:00 बजे तक होता है, जो भारतीय फैंस के लिए क्रिकेट देखने का प्राइम टाइम माना जाता है। इस समय मैच होने पर आईसीसी को सबसे ज्यादा कमाई भारत से होती है, इसलिए टाइम को देखते हुए डब्ल्यूटीसी का फाइनल मुकाबला इंग्लैंड में ही किया जाता है। वहीं, ऑस्ट्रेलिया में भारतीय समयानुसार सुबह 5:10 पर टेस्ट मैच शुरू होता है। साउथ अफ्रीका में दोपहर 1:30 बजे और वेस्टइंडीज में शाम को 7:30 बजे टेस्ट मैच शुरू होता है। ऐसे में बेस्ट टाइम इंग्लैंड का ही होता है।
दूसरा कारण- दुनिया भर के सभी क्रिकेटर साल के 12 महीने कोई ना कोई क्रिकेट सीरीज खेलते रहते हैं। ऐसे में जून का महीना आईसीसी के लिए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल कराने का एक परफेक्ट विंडो होता है, क्योंकि इस दौरान क्रिकेट नहीं खेला जाता है। आईसीसी हर इवेंट के लिए पहले से ही विंडो बनाता है, ताकि क्रिकेट के बिजी शेड्यूल पर असर ना पड़े। 2021 से लेकर 2025 तक वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला जून में ही खेला जाना तय है। लेकिन, श्रीलंका, वेस्टइंडीज, भारत जैसे देश में जून के महीने में बारिश समस्या खड़ी कर सकती है। ऐसे में मौसम को ध्यान में रखते हुए इंग्लैंड बेहतर विकल्प होता है, क्योंकि मई से लेकर अगस्त तक इंग्लैंड में बर्फबारी नहीं होती है और यहां का मौसम क्रिकेट के हिसाब से अच्छा होता है, इसलिए डब्ल्यूटीसी फाइनल के बाद इंग्लैंड में ही ऑस्ट्रेलिया एशेज सीरीज खेलेगी। आईसीसी के विंडो के हिसाब से भारत में जनवरी-फरवरी, मार्च-अप्रैल-मई के बाद सितंबर-अक्टूबर-नवंबर-दिसंबर के महीने में ही क्रिकेट खेला जा सकता है। जून जुलाई और अगस्त में बारिश की संभावना के चलते यहां मैच संभव नहीं हो पाते हैं।
तीसरा कारण- वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला इंग्लैंड में कराने का एक कारण यहां पर टूरिस्ट की संख्या भी है, क्योंकि इंग्लैंड में पूरे साल बर्फबारी होती है और भयंकर ठंड पड़ती है, लेकिन मई से लेकर अगस्त तक यहां का मौसम सुहावना होता है। ऐसे में टूरिस्ट सबसे ज्यादा यहीं पर आना पसंद करते हैं। जून जुलाई के महीने में करीब 38 लाख से ज्यादा टूरिस्ट पिछले साल इंग्लैंड पहुंचे थे। ऐसे में विजिटर्स को ध्यान में रखते हुए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला इंग्लैंड में कराया जा रहा है। इतना ही नहीं काउंटी चैंपियनशिप, t20 ब्लास्ट और वनडे वर्ल्ड कप भी यहां पर होते हैं।
चौथा कारण- वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप इंग्लैंड में कराए जाने का एक कारण यहां पर भारतीयों की आबादी भी है। रिपोर्ट के अनुसार, इंग्लैंड की आबादी करीब 90 लाख है और इसका 7.20% यानी यहां लगभग 6 लाख 56000 से ज्यादा भारतीय यहां रहते हैं। इंग्लैंड में अगर लंदन की बात की जाए तो यहां पर सबसे ज्यादा 37% माइग्रेंट्स रहते हैं। जिसमें भारतीयों के अलावा 54000 ऑस्ट्रेलियन भी हैं। ऐसे में भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का मुकाबला यहां करना आईसीसी के लिए एक फायदे का सौदा होगा और मैच के दौरान ओवल स्टेडियम की 27500 सीटों में से एक भी सीट खाली रहने की उम्मीद नहीं है।
सबसे ज्यादा आईसीसी टूर्नामेंट की मेजबानी करने वाला देश
आईसीसी टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा मेजबानी करने वाले देश की लिस्ट पर नजर डालें तो इसमें इंग्लैंड पहले स्थान पर है, जिसने अब तक 11 आईसीसी टूर्नामेंट होस्ट किए हैं। इसके बाद भारत ने छह आईसीसी टूर्नामेंट होस्ट किए हैं। श्रीलंका ने 4, ऑस्ट्रेलिया ने तीन, साउथ अफ्रीका ने तीन, बांग्लादेश ने तीन आईसीसी टूर्नामेंट की मेजबानी की है। वहीं, न्यूजीलैंड, पाकिस्तान और वेस्टइंडीज ने दो-दो आईसीसी टूर्नामेंट की मेजबानी की है।
और पढ़ें- वर्ल्ड चैंपियनशिप फाइनल से पहले क्रिकेट में हुए 3 बड़े बदलाव जो आज से पहले नहीं आए नजर