पैरा-एथलीट दीपा मलिक और रेसलर बजरंग पुनिया को देश का सर्वोच्च खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न अवार्ड मिलेगा। दीपा ने 2016 पैरालंपिक में शॉटपुट में रजत पदक जीता। इसी के साथ वे पैरालंपिक मेडल जीतने वालीं पहली भारतीय महिला बन गई हैं। इससे पहले 2012 में उन्हें अर्जुन अवार्ड से भी नवाजा जा चुका है।
नई दिल्ली. पैरा-एथलीट दीपा मलिक और रेसलर बजरंग पुनिया को देश का सर्वोच्च खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न अवार्ड मिलेगा। दीपा ने 2016 पैरालंपिक में शॉटपुट में रजत पदक जीता। इसी के साथ वे पैरालंपिक मेडल जीतने वालीं पहली भारतीय महिला बन गई हैं। इससे पहले 2012 में उन्हें अर्जुन अवार्ड से भी नवाजा जा चुका है।
दीपा मलिक दूसरों के लिए एक मिसाल हैं। उन्होंने 36 साल की उम्र में खेल में एंट्री की। इस उम्र में ज्यादातर एथलीट रिटायर हो जाते हैं। उनके कमर के नीचे के हिस्से में पैरालाइज है और वे व्हील चेयर पर चलती हैं। 49 साल की दीपा की दो बेटियां भी हैं।
तीन बार ट्यूमर सर्जरी, फिर भी हौसले बुलंद
दीपा शॉटपुट और जेवलिन थ्रो के साथ तैराकी और मोटर रेसलिंग से भी जुड़ीं हैं। इसके अलावा वे हिमालयन बाइकर भी हैं। कमर में ट्यूमर के कारण पैरालाइज होने के बाद दीपा तीन बार स्पाइनल ट्यूमर सर्जरी भी करा चुकी हैं। पैरालाइज होने के बाद दीपा हिमालयन रैली में भी भाग ले चुकी हैं। उन्होंने 1700 किमी की दूरी 8 दिनों में पूरी की।
दीपा के नाम कई रिकॉर्ड
- 2016 पैरालंपिक में शॉटपुट में रजत सिल्वर जीतकर इतिहास रचा।
- दीपा ने 2014 एशियन पैरालंपिक गेम्स में सिल्वर मेडल जीता।
- भारत की राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में 33 गोल्ड और 4 सिल्वर मेडल जीत चुकी हैं दीपा।
- 2008 और 2009 में उन्होंने यमुना नदी में तैराकी, स्पेशल बाइक सवारी में हिस्सा लिया, दो बार लिम्का बूक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में अपना नाम दर्ज कराया।
- उन्होंने 2007 में ताइवान और 2008 में बर्लिन में जवेलिन थ्रो और तैराकी में भाग लेकर सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल जीता।
- 2019 में लोकसभा चुनाव से पहले वे भाजपा में शामिल हुईं।